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Wednesday, March 10, 2010

मैथिल कर्ण कायस्थःगोत्र,मूल व वैवाहिक संबंध





काल्हि पटना मे विद्यापति भवन मे मैथिल कर्णःगोत्र,मूल आ वैवाहिक संबंध पुस्तक केर लोकार्पण भेल। लोकार्पण कएलनि समय-साल पत्रिकाक सम्पादक श्री शरदिन्दु चौधरी जी। पुस्तकक लेखक छथि खराजपुर निवासी श्री कमलधर दास जी। श्री कमलधर जी कर्ण कायस्थ समाजक बहुचर्चित नाम छथि। ओ भारतीय स्टेट बैंक सं सेवानिवृत्त भेलाक पछाति होम्योपैथीक प्रैक्टिस सेहो क रहल छथि। मानल जाइत छैक जे शायदे एहन कोनो गाम हुअए जकर पोर-पोर सं ओ अवगत नहि होथि। विधि-विधानक सेहो हुनका आद्योपांत ज्ञान छन्हि आ जाहि मंत्रक लेल पुश्तैनी पंडित लोकनि तक कें पोथीक सहारा लेबए पड़ैत छन्हि से हुनका मुंहजबानी स्मरण छन्हि। एहि विषय पर लिखए लेल ओ सर्वथा उपयुक्त व्यक्ति छलथि । एहि अवसर पर ललित कुमुद,बद्री नारायण दास आ अर्जुन नारायण कर्ण सेहो कहलनि जे ई पोथी कर्ण कायस्थ लोकनि कें वैवाहिक संबंध देया बूझए मे बड़ सहयोगी हएत।
(चित्र मिथिलांगन आर्काइवक सौजन्य सं)