दिल्ली केर "बिहार उत्सव" मे लोकगायिका शारदा सिन्हा 26 मार्च कए अपन गीत सं श्रोतालोकनि कें मंत्रमुग्ध क देलनि। एतबे नहि एहि समारोह मे बिहार के सांस्कृतिक गौरव के झलक सेहो देखाएल जा रहल अछि। प्रगति मैदान में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमक आयोजन केर क्रम मे एक सांझ भोजपुरी गीतक कार्यक्रम आयोजित कएल गेल जाहि मे गायक सुदर्शन तिवारी "शाहबादी" के गीत प्रस्तुत कएल गेल।
देशभक्ति गीत "चुंदरिया रंगवा दे, भईया रंगरेजवा" कें वीरेंद्र ओझा "विमल" प्रस्तुत कएलनि। अनिता सिंहदेवी दुर्गा वंदना प्रस्तुत कएलनि। खास बात ई रहल जे एहि गीत पर देवी दुर्गा कें अष्टभुजी, सिंहवाहिनी, महिषासुरमर्दिनी आदि रूप कें नृत्यांगना उमा भारती अपन भाव-भंगिमा आर हस्तमुद्रा सं व्यक्त कएलनि।
अनीता सिंहबिहारक पारंपरिक झूमर आर सोहर सुनओलनि जाहि पर उमा भारती नृत्य प्रस्तुत कएलनि। हुनकर झूमर गीत-"कहां पईबो सुहा साड़ी", "बहे पुरवा रामा", "हमरे बलमू हमरे के खेलवने" कें खूब पसिन्न कएल गेल। उमा जी केर नृत्य पर एक गोट आओर झूमर-"कौन देसे गइलों बलमवा"रिंकी जी गओलनि। शिशु जन्म पर गाओल जाइत मंगल गीत सोहर कें प्रस्तुति सेहो छल जाहि मे "कहवां से आवेली पीयर पियरी" कें अनीता आर वीरेंद्र ओझा जी गओलनि। पहिने पमरिया सभ एहि तरहक कार्य करैत छल। युगल गीत-"रंगीली साड़ी कीनबा की ना हो" केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छल। एहि प्रस्तुति मे ढोलक पर दीपक, हारमोनियम पर अशोक आर बैंजो पर छोटू राजहंसछलाह । एहि उत्सव में कथक नृत्यांगना नीलम चौधरी केर नृत्य-रचना गंगावतरण केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छलन्हि। एहिमे गंगा के अवतरण आर प्रदूषण कें प्रदर्शित कएल गेल।
बिहार सरकारक उद्योग विभाग आर कला संस्कृति व युवा विभाग प्रगति मैंदान के हंसध्वनि थियेटर में संयुक्त रूप सें एहि समारोहक आयोजन कएने छल जाहि देया पाठक लोकनि कें एहि ब्लॉग पर पूर्व-सूचना देल गेल छल। हिंदुस्तान,पटना मे प्रकाशित रिपोर्ट सेहो देखूः
देशभक्ति गीत "चुंदरिया रंगवा दे, भईया रंगरेजवा" कें वीरेंद्र ओझा "विमल" प्रस्तुत कएलनि। अनिता सिंहदेवी दुर्गा वंदना प्रस्तुत कएलनि। खास बात ई रहल जे एहि गीत पर देवी दुर्गा कें अष्टभुजी, सिंहवाहिनी, महिषासुरमर्दिनी आदि रूप कें नृत्यांगना उमा भारती अपन भाव-भंगिमा आर हस्तमुद्रा सं व्यक्त कएलनि।
अनीता सिंहबिहारक पारंपरिक झूमर आर सोहर सुनओलनि जाहि पर उमा भारती नृत्य प्रस्तुत कएलनि। हुनकर झूमर गीत-"कहां पईबो सुहा साड़ी", "बहे पुरवा रामा", "हमरे बलमू हमरे के खेलवने" कें खूब पसिन्न कएल गेल। उमा जी केर नृत्य पर एक गोट आओर झूमर-"कौन देसे गइलों बलमवा"रिंकी जी गओलनि। शिशु जन्म पर गाओल जाइत मंगल गीत सोहर कें प्रस्तुति सेहो छल जाहि मे "कहवां से आवेली पीयर पियरी" कें अनीता आर वीरेंद्र ओझा जी गओलनि। पहिने पमरिया सभ एहि तरहक कार्य करैत छल। युगल गीत-"रंगीली साड़ी कीनबा की ना हो" केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छल। एहि प्रस्तुति मे ढोलक पर दीपक, हारमोनियम पर अशोक आर बैंजो पर छोटू राजहंसछलाह । एहि उत्सव में कथक नृत्यांगना नीलम चौधरी केर नृत्य-रचना गंगावतरण केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छलन्हि। एहिमे गंगा के अवतरण आर प्रदूषण कें प्रदर्शित कएल गेल।
बिहार सरकारक उद्योग विभाग आर कला संस्कृति व युवा विभाग प्रगति मैंदान के हंसध्वनि थियेटर में संयुक्त रूप सें एहि समारोहक आयोजन कएने छल जाहि देया पाठक लोकनि कें एहि ब्लॉग पर पूर्व-सूचना देल गेल छल। हिंदुस्तान,पटना मे प्रकाशित रिपोर्ट सेहो देखूः