अपनेक स्वागत अछि।

Thursday, December 31, 2009

ई आकाशवाणी दरभंगा अछि। आब अपने लोकनि प्रादेशिक समाचार सुनै जाऊ


जल्दीए,आब अपनें लोकनि आकाशवाणी दरभंगा सं सेहो समाचार सुनि सकब। ज्ञातव्य जे महानिदेशालय 11वीं पंचवर्षीय योजना मे सात क्षेत्रीय समाचार एकांश स्थापित करबाक निर्णय लेने छल जहि में दरभंगा सेहो शामिल छलैक। अझुका हिंदुस्तान में प्रकाशित खबरि के मोताबिक,महानिदेशालय,दरभंगा सं क्षेत्रीय समाचारक प्रसारण कें अनुमति प्रदान क देने अछि। उल्लेखनीय अछि जे 2 फरवरी, 1976 कए दरभंगा मे आकाशवाणी केंद्रक स्थापनाक बादे सं मिथिलावासी एहि ठाम सं मैथिली मे समाचार प्रसारित होयबाक लेल इच्छुक छथि। एहि लेल विभिन्न संगठन सभ सेहो समय-समय पर मांग कएने छल। करीब दू दशक बाद "मैथिली संवाद" नाम सं समाचारक प्रसारण त आरंभ भेल, मुदा एकर प्रसारण पटना सं होईत छल जकरा आकाशवाणी दरभंगा रिले मात्र करैत छल। किएक तं, दरभंगा मे समाचार यूनिट नहि छलैक। समाचार एकांशक स्थापना भ गेलाक कारणें आब खबर एतहि तैयार हेतैक। एही सप्ताह आकाशवाणी पटनाक समाचार एकांशक स्वर्णजयंती कार्यक्रम में,विधान परिषद् सभापति ताराकांत झा सेहो मांग कएने छलथि जे मैथिली में समाचारक अवधि बढाओल जएबाक चाही।

लिअ,मुंह मीठ करू

पांच नव उत्पाद-मैंगो लस्सी,मैंगो दही,सनडाई आइसक्रीम आ कोन सेहो भेटत सुधा स्टॉल पर

(हिंदुस्तान,पटना,31 दिसम्बर,2009)

बथुआ खाऊ,पथरी-कब्ज भगाऊ

मिथिला में बथुआ साग जंहतंह उपलब्ध छैक। बड़का लोकसभ एकरा गरीबक भोजन बुझैत छथि आ गैर-महत्वपूर्ण काजक उपमा सेहो बथुआ सं देल जाइत छैक। मुदा, दैनिक जागरण में आई छपल खबरि के मोताबिक, बथुआ में मारिते औषधीय गुण छैक। एकरा भोजन में कोनो ने कोनो रूप में अवश्य शामिल करबाक चाही। एहिमें आयरन प्रचुर मात्रा में होईत छैक। एकर सागक नियमित सेवन कतेको रोगकें जड़ि सं खत्म करबा में सक्षम छैक। एकरा खएला सं, गुर्दा में पथरी हेबाक खतरा बहुत कम भ जाइत छैक। गैस, पेट में दर्द आ कब्जक निवारण सेहो होईत छैक।

नव वर्ष में बिहार बंद

पीएलएफआई सेहो पुलिसिया दमन के खिलाफ काल्हि सं अनिश्चितकालीन बिहार-झारखंड बंद के आह्वान कएने अछि। नक्सली संगठन के आरोप छैक जे लातेहार के पांकी थाना पुलिस निर्दोष लोक सभ के पकड़ि कए तीन दिनों सं पांकी थाना में रखने अछि आ ओकरा सभ के प्रताडि़त क रहल छैक। बंद सं प्रेस वाहन, बरियाती वाहन, एम्बुलेंस आ दवाई दोकान के मुक्त राखल गेल छैक। ओम्हर,भाकपा (माओवादी) सेहो दू जनवरी कए बिहार समेत पांच राज्य- झारखंड उड़ीसा, प.बंगाल, छत्तीसगढ़ बंद केर आह्वान कएने अछि। बिहार में अगिला बरख चुनाव के देखैत,राजनीति तेज भ गेल छैक। लालू प्रसादक राजद आ पासमान जी के लोजपा 28 कए बिहार बंद के आह्वान कएने अछि।ओहि दिन चक्का जाम रहतैक। लालू प्रसाद कहलनि जे केन्द्र सरकार के खिलाफ भाकपा, माकपा, तेलुगूदेशम सभहक संग मिलिकए, भारत बंद के आयोजन सेहो कएल जेतैक।
(नई दुनिया,दिल्ली,31 दिसम्बर,2009)

आब झाजी हिंदी में ल सकैथ छथि शपथ

नेपाल सरकार संसद में एकटा विधेयक पेश कएने अछि। एहि में व्यवस्था कएल गेल छैक जे राष्ट्रपति आ उप-राष्ट्रपति अपन मातृभाषा में शपथ ल सकैत छथि। ई कदम परमानंद झा द्वारा हिंदी में शपथ लेबाक बाद पैदा विवादक समाधान लेल उठाओल गेल छैक। उप-राष्ट्रपति श्री झा बिहार मूल के छथि। हिंदी में शपथ लेनाई उच्च्चतम न्यायालय द्वारा असंवैधानिक घोषित कएलाक बाद सं विगत पांच महीना सं ओ निष्क्रिय छथि। उच्चतम न्यायालय के फैसला के बाद हुनकर सुरक्षा आ आनो सुविधासभ वापस ले लेल गेल छल। उप-राष्ट्रपति तक के ई गंजन भ रहल छैक नेपाल में।
(हिंदुस्तान,पटना,31 दिसम्बर,2009)

राजेन्द्र अवस्थीःस्मृति शेष

(नई दुनिया,31 दिसम्बर,2009)

(हिंदुस्तान,31 दिसम्बर,2009)

Wednesday, December 30, 2009

बड़ सुख सार पाओल तुअ तीरे.....

गंगोत्री ग्लेशियर पर एखन कोनो ख़तरा नहिं
पछिला दस बरख में ग्लेशियर पिघलबा पर नियंत्रण


(हिंदुस्तान,पटना,30 दिसम्बर,2009)

मुंगेरी लाल बनलाह ईडियट

अपन मुंगेरीलाल रघुबीर यादव लापता छथि। दू महीना सं हुनकर कोनो टेर नहिं छनि। समन पर अदालत में हाजिर नहिं भेलाक कारणें बांद्रा फैमिली कोर्ट 19 सितंबर कए हुनकर नाम वारंट जारी कएने छल। पुलिस जब एहि वारंट के तामील कराबए लेल गोरेगांव स्थित पता पर गेल त यादवजी फिरंट छलाह। हुनकर पूर्व पत्नी पूर्णिमा के दाबी छनि जे ओ पछिला महीना तक शूटिंग के सिलसिला में शहर में मौजूद छलथि। दरअसल, यादवजी कें पूर्णिमा जी भरण-पोषण राशि के मांग ल कए अदालत में ल गेल छथि। 1988 में पूर्णिमा सं विवाह भेल छल यादवजी के मुदा ओ 1996 में अलग भ गेलाह। अदालत में पूर्णिमा कहलनि जे रघुवीर जी हुनका हर महीना भरण-पोषण के लेल पाई(10 हजार टका) नहिं द रहल छथि।
(हिंदुस्तान,पटना,30 दिसंबर,2009)

संसदीय कमेटी सेहो अछि आरटीआई के दायरा में


(हिंदुस्तान,पटना,30 दिसंबर,2009)

राजगीर के राजधानी बनाऊःचन्द्रवंशी समाज


(हिंदुस्तान,पटना,30 दिसंबर,2009)

देखू कतए-कतए खुजत अस्पताल

63 अनुमंडल में 100 बिस्तर बला अस्पताल
(हिंदुस्तान,पटना,30 दिसंबर,2009)

Tuesday, December 29, 2009

राजस्थान पुल दुर्घटनाःमृतक परिजन कें एक-एक लाख रूपया

कोटा में चंबल पर पुल निर्माण के क्रम में भेल छल दुर्घटना
मृतक मजदूर में सं सात टा गोपालगंज के
मृतक कें परिवार के हरसंभव सहायता-बिहारके पर्यटन मंत्री


(नई दुनिया,दिल्ली,29 दिसंबर,2009)

बेतिया में बिहार युवा उत्सव,2009

मुजफ्फरपुर के सामाचकेवा,पूर्णिया के पवरिया आ किशनगंज के डोमकच नृत्य
लखीसराय,कटिहार आ भागलपुरक कलाकारलोकनिक जोरगर प्रदर्शन

(नई दुनिया,दिल्ली,29 दिसम्बर,2009)

मैथिली में समाचार के समय बढ़ाओल जाए- ताराकांत झा

आकाशवाणी पटना के प्रादेशिक समाचार एकांश के स्वर्ण जयंती समारोह में,विधान परिषद के सभापति ताराकांत झा सोमकए कहलनि जे आकाशवाणी पटना में मैथिली के उचित सम्मान एखन नहिं भेटल छैक। हुनकर कहब छलनि जे मैथिली भाषाभाषी केर संख्या तीन करोड़ सं बेसी छैक। तें पांच मिनट के बुलेटिन सं काज नहिं चलत। एकर अवधि बढाओल जएबाक चाही। ज्ञातव्य जे आकाशवाणी पटना सं पहिल मैथिली बुलेटिन 28 दिसंबर 1959 कें प्रसारित भेल छल। हिंदुस्तान,पटना,29 दिसम्बर,2009 के अंक में प्रकाशित खबरि पढ़ूः-

राष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलनःसंस्कृत सं बनल अछि संस्कृति

- देवभाषा कहला सं नोकसान भेलैक संस्कृत के
- संस्कृत के पाछू धकिअएबाक प्रवृत्ति चिंताजनक
- मध्यमा परीक्षा के मैट्रिक समान दर्जा भेटय
- संस्कृत के विकास राष्ट्रीय स्तर पर हुअए

(साभारःहिंदुस्तान,पटना,29 दिसंबर,2009)

नया भाषा भारती संवाद के लोकार्पण


(हिंदुस्तान,पटना,29 दिसम्बर,2009)

पटना शिल्प मेला में मिथिला पेंटिंग


(हिंदुस्तान,पटना,29 दिसम्बर,2009)

Monday, December 28, 2009

चित्रगुप्त पूजा समिति सम्मानित


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,28 दिसंबर,2009)

लहठी-चूड़ी जीवन में आनि रहल लालित्य

ओ सभ आई धरि भनसा-भात, नेना सभ के देखभाल आ सांझ में पतिसेवा में लागल रहैत छलीह। । मुदा आब परिदृश्य फराक छैक। एकर प्रारंभ तखन भेल जखन ओ सभ समूह बनाकए लहठी निर्माण शुरू कएलनि। मुजफ्फरपुर लगर मुशहरी के नरौलीडीह गामक शकुन्तला देवी ढोली देवी के लिअ। हुनका खाली दस्तखत करए अबैत रहनि। विवाहक बाद, घर-गृहस्थी आ खेत-खरिहान में काज करैत दिन बितबैत छलीह। एक दिन चिंता दीदी कहलनि जे किएक नहिं समूह बनाओल जाए। शुरू-शुरू में पुरुषलोकनिक कटाक्ष सहए पड़लैन। मुदा हिम्मत नहिं हारलनि। फेर भेंट भेलनि महिला सामाख्या के पूनम दीदी सं। आ एही ठाम सं शुरू भेल चूड़ी-लहठी निर्माणक प्रशिक्षण। एक माह बाद चूड़ी निर्माणक समय आएल,त परिवार में केओ पूंजी देबा लेल तैयार नहिं। तेहन हालत में, समूह में जमा पूंजी- तीस हजार रुपया सं काम शुरू भेल। आई एहि खाता में पचपन हजार रुपया छैक। पच्चीस महिलालोकनि प्रतिदिन 60 सं 70 सेट लहठी बनबै छथि जहि में प्रतिदिन तीन सए सं सवा तीन सए रुपया केर शुद्ध मुनाफा होईत छैक। विवाह-दानक समय में तं ई आमदनी बढ़ि कए पांच सए सं बेसी भ जाइत छैक। हिनका सभहक देखादेखी आब कतेको समूह बनि चुकल छैक। महिला सामाख्या द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बाल जगजगी केन्द्र चलाओल जा रहल छैक। एहि केंद्र सभ में पढिकए आब महिलालोकनि स्वयं केन्द्र के संचालन करैत छथि, जहिमें सुतिहारा ग्रामक तारा देवी, छपरा रूपनाथ के अनीता देवी, रेखा देवी आदि प्रमुख छथि। बैकटपुर के दुर्गानी देवी एही केन्द्र में पढ़िकए मध्याह्न भोजन केन्द्रक खाताबही के काज देखैत छथि। नरौली सेन के शाहजहां खातून आ खैखन खातून के कहब छनि जे समूह हुनका सभ कें जीवन जीबाक कला सिखा देने अछि। पारिवारिक जिम्मेदारी त आइयो हुनका सभ पर छन्हि मुदा आब सांझ में ठेहिआएल पतिदेव झझकारबाक स्थिति में नहिं रहि गेल छथिन्ह।

राष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन पटना में आई सं

बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित दू दिनक राष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलन आई सं श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में प्रारंभ भ रहल अछि। सम्मेलन में संस्कृत भाषा, साहित्य आ संस्कृति पर चारि सत्र में चर्चा हेतैक। वैज्ञानिक चिंतन के आधार पर संस्कृत के उन्नयन आ ओकरा रोजगारपरक बनएबा पर जोर देल जेतैक। सम्मेलन में, ज्ञानपीठ पुरस्कार सं सम्मानित प्रख्यात विद्वान पद्मश्री आचार्य सत्यव्रत शास्त्री आ संस्कृत विद्यापीठ, तिरुपति के कुलपति डा. हरे कृष्ण सतपथी समेत मारिते शिक्षाविद् शामिल भ रहल छथि। संस्कृत बोर्ड आ आयोजन समिति के अध्यक्ष सिद्धेश्वर प्रसाद के कहब छनि जे संस्कृत शिक्षण के समस्या आ समाधान, भारतीय संस्कृति व साहित्य में बिहार केर प्रतिभागिता आ संस्कृत साहित्य में वैज्ञानिक चिंतन सन-सन विषय पर विद्वान लोकनि सम्मेलन में चर्चा करताह। कवि सम्मेलन आ सांस्कृतिक कार्यक्रमक व्यवस्था सेहो छैक। सम्मेलन मे राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, नई दिल्ली के डा. रामकरण शर्मा, स्नातकोत्तर महाविद्यालय, हिसार के हिन्दी विभागक अध्यक्ष डा. रामनिवास मानव, देहरादून सं राजकिशोर सक्सेना, तमिलनाडु सं डा. चन्द्रभूषण प्रसाद, नई दिल्ली सं प्रो. पी.के. झा प्रेम, उपेन्द्र नाथ, उत्तरप्रदेश सं डा. मणिकांत ठाकुर आ डा. सोमेश्वर दत्त शास्त्री, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. दीप्ति त्रिपाठी, जम्मू-कश्मीर सं प्रो. वेदकुमारी घई आ प्रो. रामप्रताप, हैदराबाद सं डा. अहिल्या मिश्र, कोलकाता के पूर्व महापौर श्याम सुंदर गुप्ता, जितेन्द्र धीर, इंडियन फेडरेशन वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष के. विक्रम राव, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान, जयपुर के प्राचार्य डा. अर्क नाथ चौधरी आ डा. इन्द्रदेव मेहता, कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति डा. नंदकिशोर शर्मा आ डा. शिववंश पाण्डेय समेत दर्जनों विद्वान भाग ल रहल छथि।

Sunday, December 27, 2009

अभित्ता बच्चन आ ज्योतिष


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसम्बर,2009)

गाए घी सं कैंसर केर उपचार


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसम्बर,2009)

कुरसेला पुल केर जीर्णोद्धार पर संकट


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसम्बर,2009)

पटना में मधुबनी पेंटिंग प्रशिक्षण समाप्त। गोदना पेंटिंग पर छल विशेष जोर


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसम्बर,2009)

पूर्णिमा आ मनोरोग


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसम्बर,2009)

नव ट्रेनक समय बूझि लिअ

पटना-पुणे एक्सप्रेस
हावड़ा-पटना-हरिद्वार लेल नव ट्रेन
कोलकाता-गया-बीकानेर ट्रेन


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसम्बर,2009)

धोधि एना करू कम


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसंबर,2009)

पटना फिल्मोत्सव


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,27 दिसंबर,2009)


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,26 दिसम्बर,2009)

निर्मली में 6 अरब के परियोजना

-कोसी आ भूतही बलान तटबंध केर सुदृढीकरण
-125 किलोमीटर सड़क बनत
- झंझारपुर के सुगरवे नदी पर वीयर निर्माण
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कहब छनि जे जाधरि कोसी आ मिथिला क्षेत्रक तरक्की नहिं हएत, बिहार के पूर्ण विकास संभव नहिं अछि। हुनका इहो शिकायत छनि जे पुनर्निर्माण में केन्द्र सहयोग नहिं क रहल छनि। शुक्र कए निर्मली कालेज परिसर में जनसभा कें सम्बोधित करैत ओ कहलनि जे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एही मैदान सं वर्ष 2004 में कोसी नदी पर रेल महासेतु के शिलान्यास कएने छलाह। ओ मैथिली के संविधानक अष्टम अनुसूची में शामिल कए ओ मिथिलावासी लोकनिकें देल वचन के सेहो पूरा कएलनि। एही विषय पर हिंदुस्तानक खबरि सेहो पढ़ूः-

(साभारःहिंदुस्तान,पटना,26 दिसम्बर,2009)

Friday, December 25, 2009

एस टेल के सेवा शुरू

एहि ब्लॉग पर 17 दिसम्बर कए अपने लोकनिकें सूचित कएने रही जे बिहार में एकटा आओर सेलफोन ऑपरेटर आबि रहल अछि-एस टेल। उएह एस टेल काल्हि बिहार में अपन सेवा बाकायदा शुरु करबाक घोषणा कएलक अछि। उहो आठे आना में एसटीडी पर बात करएबाक बात कहि रहल अछि। खबरि पढ़ूः-

(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25दिसंबर,2009)

मोबाईल सं करू 50 हजारक खरीदारी


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)

किछु बात छैक बिदेसिया में


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)

मचा देलनि रवीन्द्र जैन


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)

एहि बरख नीक अछि रब्बी फसलि


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)

बिहारी रेलमंत्री लोकनिक ब्लैक-पत्र


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)

कोशी क्षेत्रक कायाकल्प विद्युत गति सं


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,25 दिसम्बर,2009)

मातृभाषा शपथ विधेयक आनि रहल अछि नेपाल सरकार

नेपाल सरकार संसद में मातृभाषा विधेयक अनबा पर विचार क रहल अछि जहि में कोनहु व्यक्ति के मातृभाषा में पद के शपथ लेबाक अनुमति हेतैक । मोन हएत जे पछिला साल जुलाई में उप-राष्ट्रपति परमानंद झा के हिंदी में शपथ लइते देश में घोंघाउज शुरू भ गेल छल। अखुनका प्रावधानक अनुसार,केवल नेपाली भाषा में पद आ गोपनीयता केर शपथ लेल जा सकैत छैक। बृहस्पति सं शुरू भेल संसद सत्र में जे दू विधेयक सरकार के एजेंडा में सबसं ऊपर छैक,तहि में मातृभाषा विधेयक सेहो अछि। नेपाल पछिला साल मई में गणतंत्र घोषित भेल छल। मुदा, आई धरि एहि देया कोनो कानून नहिं बनि सकलैक।

पटना में फिल्म महोत्सव आई सं

बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन सभागार में आई सं तीन दिनक फिल्मोत्सव प्रारंभ भ रहल अछि। प्रतिरोध-सिनेमा के बैनर के अंतर्गत, जसम-हिरावल द्वारा पहिल बेर आयोजित फिल्मोत्सव में 15टा फिल्म देखाओल जेतैक। महोत्सव के प्रारंभ 2007 में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्म गुलाबी टाकीज सं हएत। फिल्म के निर्देशक गिरीश कसरावल्ली समारोह के मुख्य अतिथि छथि। महोत्सव के उद्घाटन युवा आलोचक आजसम के राष्ट्रीय महासचिव प्रणय कृष्ण क रहल छथि। महोत्सव में हिन्दी टेलीफिल्म सद्गति, अजीत, हिप हिप हुर्रे, गाड़ी लोहरदगा मेल, महुआ मेमोयर्स, चिल्ड्रेन आफ हेवन, वाइसेस फ्राम बलियापाल, प्रिंटेड रेनबो, अ चेयरी टेल, नेबर्स, दी फायर विदिन, कोमल गांधार, जश्न-ए-आजादी, दी व्हेइक्ल विद दी सोल आफ अ मैन सेहो प्रदर्शित हएत।

Thursday, December 24, 2009

कहुना क द दियऊ भोजपुरी के मान्यता


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,24 दिसम्बर,2009)

संस्कृत शिक्षा आ भाषा पर चर्चा 28 सं


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,24 दिसम्बर,2009)

च्च च्च च्चःफाईनल में नहिं जीत सकल बिहार


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,24 दिसम्बर,2009)

मनमोहन झा के साहित्य अकादमी पुरस्कार

स्व. मनमोहन झा एहि बरखक साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता छथि। हुनका ई पुरस्कार कथा-संग्रह गंगापुत्र लेल देल जा रहल छनि। एहि बेर पुरस्कारक लेल उदय चंद्र झा विनोद,हरेकृष्ण झा,वीरेंद्र मल्लिक आ मनमोहन झा रेस में छलाह। चयनकर्ता लोकनि में गुरमैता जी,रामदेव झा जी आ नारायण झा जी के रहबाक सूचना अछि। चर्चा रहैक जे कतेको तरहें उपकृत रामदेव झा जी उदय चंद्र झा के नाम पर वीटो क देथिन मुदा मिथिला विश्वविद्यालय के संबंध काज नहिं एलनि आ मनमोहन झा जी एकमात्र एहन नाम रहि गेलाह जनिका लेल कोनो लामबंदी नहिं छल। 24 दिसम्बर,2009 केर हिंदुस्तान,पटना में प्रकाशित खबरि देखूः

मैथिली में साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेतालोकनिक सूची एहि लिंक पर देखूः
http://maithilaurmithila.blogspot.com/2009/12/2009.html

झंडा फहराउ रातियो में,मुदा मोन रहए......


आब राष्ट्रीय ध्वज रातियो में फहरा सकै छी। शर्त एतबे जे झंडा केर पोल लंबा आ चमकदार हुअए। फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष आ कुरुक्षेत्र सं कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल जून 2009 में मंत्रालय के प्रस्ताव भेजिकए पैघ राष्ट्रीय ध्वज के स्मारक सभहक पोल पर राति में फहरएबाक अनुमति मंगने छलाह। एहि प्रस्ताव पर गृह मंत्रालय कहलक अछि जे रात में राष्ट्रीय ध्वज के बड़का पोल सभ पर फहरएबा में ओकरा कोनो आपत्ति नहिं छैक। मलयेशिया, जॉर्डन, अबू धाबी, उत्तर कोरिया, ब्राजील, मेक्सिको आ तुर्कमेनिस्तान सन-सन देश में एही तरहक व्यवस्था छैक। जिंदल हर नागरिक के मूलभूत अधिकार के तौर पर तिरंगा फहरएबा संबंधी अदालती लड़ाई सेहो जीतने छलाह। एहि ब्लॉग पर 24 दिसंबर,2009 केर नई दुनिया,दिल्ली में प्रकाशित खबरि सेहो देखूः

एहि विषय पर हिंदुस्तान में 25 दिसम्बर कए प्रकाशित संपादकीयः

Tuesday, December 22, 2009

एक छलाह भिखारी ठाकुर


(जनसत्ता,दिल्ली में 18 दिसम्बर,2009 कए प्रकाशित)

(निचुलका खबरि हिंदुस्तान,पटना,22 दिसम्बर,2009 सं साभार)

सीमांचल लेल संघर्ष करबःतस्लीमुद्दीन


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,22 दिसम्बर,2009)

ई मिलन विषय अछि शोध के


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,22 दिसम्बर,2009)

गौरीनाथ त्रिवेणी व्याख्यानमालाःमैथिल आ मुस्लिम पूरक



(साभारःहिंदुस्तान,पटना,22 दिसम्बर,2009)

झंझारपुर के जिला बनाऊ



(साभारःहिंदुस्तान,पटना,22 दिसम्बर,2009)

विद्यापति स्मृति पर्व बनल राजकीय समारोह


विद्यापति स्मृति पर्व (कार्तिक धवल त्रयोदशी) आब सभ साल राजकीय समारोह के रूप में मनाओल जाएत। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 21 दिसम्बर,2009 कए विधानपरिषद में ई घोषणा केलनि। एहि संबंध में विनोद चौधरी आ विनोद सिंह प्रस्ताव पेश अनने छलाह। मुख्यमंत्री कहलनि जे विद्यापति समारोह में ई मुद्दा उठाओल गेल छल। एहि विषय पर हिंदुस्तान में प्रकाशित दू गोट खबरि सेहो देखूः


(साभारःहिंदुस्तान,पटना,22 दिसम्बर,2009)

मैथिली-भोजपुरी अकादमी सचिव आब मानद प्रोफेसर


(फोटो साभारःमिथिलांगनःwww.mithilangan.org)(चित्र में श्रीवास्तव जी बामां सं तेसर छथि-एकमात्र आगू तकनिहार)
दिल्ली के मैथिली-भोजपुरी अकादमी आ हिंदी अकादमी सचिव डॉ. रवीन्द्रनाथ श्रीवास्तव ऊर्फ परिचय दास स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय,मेरठ के हिंदी आ भारतीय संस्कृति विभागक मानद प्रोफेसर बनाओल गेल छथि। डॉ. श्रीवास्तव प्रतिभासंपन्न छथि। भोजपुरी आ हिंदी में कविता केर दस गोट पोथी प्रकाशित छनि। कविता चतुर्थी,धूसर कविता,आकांक्षा से अधिक सत्वर आदि हुनक चर्चित पोथी छनि। लोक परंपरा पर सेहो हुनक पोथी दू खंड में प्रकाशित छनि। थारू जनजाति केर संस्कृति पर हुनक कार्य उल्लेखनीय मानल गेल छैक। डॉ. श्रीवास्तव गोरखपुर विश्वविद्यालय सं पीएचडी कएने छथि। लोकगायन,अभिनय आ चित्रकला में सेहो हुनकरर रूचि छनि। मैथिलीभाषी नहिं रहितो ओ मैथिली-भोजपुरी अकादमी के स्वीकार्य संचालक छथि जे हुनक सौम्य व्यक्तित्व दिसि संकैत करैछ। मैथिललोकनि के हुनका सं बड्ड आस छनि।

Monday, December 21, 2009

हिंदू स्त्रीलोकनि छथि मुसलमान सं कम हेल्दी

हिंदू स्त्रीलोकनि कद, वजन, पोषण सन-सन स्वास्थ्य मानक केर मामिला में मुसलिम स्त्रीलोकनि सं पछुआएल छथि।मुदा, गर्भ निरोधक उपाय अपनएबाक मामिला में हिंदू, सिख, बौद्ध आ जैन महिलालोकनि मुसलिम स्त्रीलोकनि सं बहुत आगू छथि। ई निष्कर्ष अछि धार्मिक आ भाषायी अल्पसंख्यक सभहक स्थिति संबंधी रंगनाथ मिश्र आयोग के रिपोर्ट के । रिपोर्ट पछिला सप्ताह संसद में राखल गेल छल। न्यायमूर्ति रंगनाथ मिश्रक उद्देश्य धार्मिक अल्पसंख्यक सभहक पिछड़ापन के उजागर करैत शिक्षा आ सरकारी नौकरी में ओकरा सभहक लेल आरक्षण के उपाय करब छल। में सबसं कम शिशु मृत्यु दर ईसाई सभ में छैक। रिपोर्ट में कहल गेल छैक जे हिंदू में शिशु मृत्यु दर सबसं बेसी 77.1 प्रतिशत छैक। मुसलिम, ईसाई, सिख, जैन आ बौद्ध में ई दर बहुत कम छैक। शिशु मृत्यु दर मुसलमान में 58.8, ईसाई में 49.2 आ सिख में 53.3 फीसदी छैक। रिपोर्ट के अनुसार, सिख महिलालोकनिक कद सबसं बेसी आ हिंदू स्त्रीलोकनिक औसत कद 151.1 सेमी छैक। मुसलिम महिला में ई 151.5 सेमी सं कम छैक। सबसं पैघ औसत कद 155.0 से.मी. सिख स्त्रीलोकनिक छनि। जैन महिला के औसत कद 153.6 आ ईसाई में 152.1 से.मी. छैक। रिपोर्ट में कहल गेल छैक जे 49.2 प्रतिशत हिंदू महिलालोकनि गर्भ निरोधक के उपाय करैत छथि। मुसलिम महिलालोकनि में ई आंकड़ा सिर्फ़ 37 प्रतिशत छैक। 36.2 प्रतिशत हिंदू महिला आ 2.1 प्रतिशत हिंदू पुरुष नसबंदी करबैत छथि। मुसलमान में 19.6 प्रतिशत महिला आ 0.8 प्रतिशत पुरुष नसबंदी करबैत छथि । रिपोर्ट में कहल गेल छैक जे दू जनगणना के बीच हिंदू सभहक आबादी कम भेल छैक आ मुसलिम अल्पसंख्यक सभहक आबादी में इजाफ़ा भेल छैक। ईसाई, सिख, बौद्ध आ जैनी सभहक आबादी जस-के-तस छैक । आयोग के मोताबिक, 1991 आ 2001 केर जनगणना के अनुसार हिंदू आबादी 82.0 फीसदी सं घटि कए 80.5 प्रतिशत भ गेल छैक। मुसलमान के आबादी 12.1 प्रतिशत सं बढ़ि कए 13.4 प्रतिशत भ गेल। ईसाई आबादी 2.3 प्रतिशत, सिख आबादी 1.9 प्रतिशत, बौद्ध 0.8 प्रतिशत आ जैन आबादी 0.4 प्रतिशत पर कायम छैक। हिंदू स्त्रीलोकनि सर्वाधिक कुपोषण के जोखिम में छथि। औसत वजन के मामिलो में, मुसलिम महिलालोकनि हिंदू महिला सभ के पाछू छोड़ि देने छथि। जैन महिला एहि मामिला में सबसं आगू छथि। हिंदू महिलालोकनिक औसत शारीरिक वजन कद के मुकाबले 20.1 किलो छैक। मुसलिम महिलालोकनिक लेल ई आंकड़ा 20.5 और जैन महिला के लेल 23.4 किलो छैक। हिंदू में 54.91 प्रतिशत आ मुसलमान में 65.31 प्रतिशत बच्चा प्राइमरी स्तर के शिक्षा हासिल करैत अछि। परन्तु,हिंदू में स्नातक करनिहारक प्रतिशत 7.01 छैक, जबकि मुसलमानों में ई प्रतिशत 3.6 मात्र छैक। प्राइमरी से स्नातक जाएबला में जैन वर्ग सबसं आगू छैक। जैन समुदाय के 29.51 प्रतिशत बच्चा प्राइमरी तक जाइत छैक आ 21.47 प्रतिशत स्नातक तक पहुंचैत छैक।
(प्रभात खबर,21 दिसम्बर,2009 में छपल रिपोर्ट पर आधारित)

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(साभारःहिंदुस्तान,पटना,21 दिसम्बर,2009)चित्रः udantashtari.blogspot.com सं साभार