Monday, December 14, 2009
मिथिलांचल बनाम सीमांचल
छोट-छोट राज्य बनएबाक प्रयासक बीच,सीमांचल राज्यक मांग सेहो फेर उठा देल गेल छैक। ई राज्य पूर्णिया,अररिया,कटिहार,किशनगंज,भागलपुर,सुपौल आ खगड़िया जिला के मिलाकए बनएबाक प्रस्ताव छैक। पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. तसलीमुद्दीन पहिल व्यक्ति छलाह जे सीमांचल केर मुद्दा 1992 में उठओने छलाह। बहुत आगू धरि सोचि लेने छलाह। एतेक तक जे राजधानी पूर्णिया रहत।तसलीमुद्दीन के कहब छनि जे सीमांचल केर सीमा बंगलादेश,नेपाल आ पश्चिम बंगाल सं मिलैत छैक। तें नव राज्यक गठन सं एहि इलाका में तस्करी रोकब संभव होयत। हुनकर इहो कहब छनि जे सीमांचल राज्यक लेल ई मांग कएल जायत जे कटिहार में पटना हाईकोर्ट केर पीठ खोलल जाए। नवम दशक केर प्रारंभ में तसलीमुद्दीन सीमांचलक लेल अभियान चलओने छलाह मुदा राजद में शामिल भेलाक बाद बिसरि गेल छलाह। मंत्रीयो छलाह मुदा तखन राजधर्मक पालन करए पड़ैत छैक,से सीमांचलक मुद्दा नहिं उठा सकलाह। लोकसभा चुनाव हारलाक बादे बुझबा में एलनि जे राजद छोड़ब उचित ।एक समय छल जखन हुनका बिहारक सबसं प्रभावी मुसलिम नेता मानल जाइत छल। आगू केम्हर जेता,कहब हुनको शायदे बूझले होनि। हुनकर धुर विरोधी लोकनिक कहब छनि जे ओ सीमांचल केर मुद्दा वोट बैंक बढएबा लेल पुनर्जीवित कए रहल छथि। मजेदार गप्प ई छैक जे सीमांचल केर मांग मिथिलांचलक मांग तर में भोतिआयल छैक किएक तं,मिथिलांचलो समर्थक अपन नक्शा में सहरसा,सुपौल,भागलपुर आ मधेपुरा जिलाके देखबैत छथि। ध्यान दियऊ जे एकटा आओर मांग कांतापुर राज्यक छैक जे पश्चिम बंगाल आ बिहार के किछु अंश के मिलाकए बनएबाक स्वप्न देखल जा रहल छैक जहि में किशनगंज सेहो शामिल छैक।