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Monday, June 06, 2011

जाट समाज मे मृत्यु-भोज पर रोक

जाट समुदाय सभहक खाप आ आनलोकनि एक महत्वपूर्ण निर्णय मे,हरियाणा केर बहल,सिवानी आर तोशाम क्षेत्र मे मृत्यु उपरांत भोज पर पूर्ण प्रतिबंध लगएबाक निर्णय लेने अछि। 12 दिनक शोक अवधि घटाकए 7 दिन सेहो कएल गेल अछि। एतबे नहि, विवाह आदि मे डीजे बजएबाक अनुमति सेहो आब ककरो नहि भेटत। आजुक दैनिक ट्रिब्यून मे छपल एक खबरि केर मोताबिक,ई निर्णय   झूम्पा गाम मे आयोजित जाट महासभा केर एक महापंचायत में लेल गेल अछि। तमाम निर्णय तुरंत प्रभाव सं लागू भ गेल अछि।
महापंचायत मे जाट समाज मे पसरल बुराई सभ कें दूर करए पर विचार-विमर्श भेल आओर समाज कें मुख्यधारा सं जोडबाक लेल वक्तालोकनि सं सुझाव मांगल गेल।
संयोजक विजय सिंह लाठर केर कहब रहनि जे विवाह समारोह मे खुशी मनएबाक पचासो तरीका छैक,तें समाज कें एकजुट भ कए बुराई के प्रतीक डीजे पर पूर्ण प्रतिबंध लगाबए पड़तैक।
हुनकर इहो कहब रहिन जे एहि व्यस्त जिनगी मे शोकक लेल सातहि दिन पर्याप्त छैक आओर  मृत्यु-भोज केर बजाए ओहि पर लगएवाला धन समाज हित में खर्च कएल जाए तं जाट समाज आनो सभहक लेल प्रेरणास्प्रद बनि सकैत अछि। 
मैथिल समाज सेहो एहि तरहक समस्या सं जूझि रहल अछि। कखनो काल अखबार सभ मे छिटपुट पहल हेबाक ख़बरि छपितो छैक मुदा वास्तविक धरातल पर किछु ठोस नहि भ पाबि रहल अछि। समय केर संग पुरान व्यवस्था परिवर्तन केर अपेक्षा करैत छैक। जे समाज ओहि अनुरूप नहि बदलैत अछि,विकासक दौड़ मे पछुआएब ओकर नियति भ जाइत छैक।