दुइए दिन पहिने खबरि आयल छल जे नीतीश आह्वान कएलनि कि जाति-पाति छोड़ू तखने बिहारक वास्तविक विकास हएत। मुदा आई सभ अखबार में खबरि छपल अछि जे बिहार सरकार विद्यार्थी सभ सं जाति लिखबाक लेल कहि रहल अछि। बिहार शिक्षा परियोजना केर एहि विवादास्पद निर्देश सं राज्य में बवाल मचि गेल अछि। दरअलस,एहि बेर प्राथमिक आर माध्यमिक स्कूल केर वार्षिक परीक्षा मे उत्तर पुस्तिका में अपन जाति लिखब अनिवार्य क देल गेल अछि। जाति नहि लिखब तं रिजल्ट रुकि सकैत अछि।
सूत्रों के अनुसार प्राथमिक आर माध्यमिक स्कूल में २५ मार्च सं शुरू भ रहल वार्षिक परीक्षा उक्त दिशा-निर्देशक तहत लेल जाएत। एहि संबंध में सभ स्कूल कें निर्देश जारी कएल जा चुकल अछि। तर्क ई देल जा रहल छैक जे ई काज विद्यार्थी सभहक कोटिवार प्रतिशत आ पास भेनिहार छात्रक प्रतिशत जानए लेल कएल गेल छैक। विभाग कें कोटिवार उत्तीर्ण छात्रक प्रतिशत भेजए लेल कहल गेल छैक। एहन नहि भेला पर रिजल्ट रोकि देल जाएत। अगर जाति वला खाना खाली रहत तं संकुल प्रभारी आर शिक्षक संबंधित छात्रक कोटि कें पता लगाकए ओकरा उत्तर-पुस्तिका में अंकित करताह।
सूत्रों के अनुसार प्राथमिक आर माध्यमिक स्कूल में २५ मार्च सं शुरू भ रहल वार्षिक परीक्षा उक्त दिशा-निर्देशक तहत लेल जाएत। एहि संबंध में सभ स्कूल कें निर्देश जारी कएल जा चुकल अछि। तर्क ई देल जा रहल छैक जे ई काज विद्यार्थी सभहक कोटिवार प्रतिशत आ पास भेनिहार छात्रक प्रतिशत जानए लेल कएल गेल छैक। विभाग कें कोटिवार उत्तीर्ण छात्रक प्रतिशत भेजए लेल कहल गेल छैक। एहन नहि भेला पर रिजल्ट रोकि देल जाएत। अगर जाति वला खाना खाली रहत तं संकुल प्रभारी आर शिक्षक संबंधित छात्रक कोटि कें पता लगाकए ओकरा उत्तर-पुस्तिका में अंकित करताह।