अपनेक स्वागत अछि।

Wednesday, April 21, 2010

मैथिली पोथी "अनुचिंतन" केर लोकार्पण

सुप्रसिद्ध भाषाविद् गोविन्द झा मैथिली साहित्यक अत्यन्त सम्मानित नाम छथि। कतेको भाषा पर समान अधिकार रखैत छथि आ हुनक विचार के साहित्य जगत मे गंभीरता सं लेल जाइत छन्हि। मैथिलीक सभसं वृहत् शब्दकोश सेहो हुनके तैयार कएल छन्हि। हुनके 89म जन्म दिन पर बिहार मे बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन काल्हि एक गोट समारोह आयोजित कएलक। एहि समारोह मे, हुनक मैथिली कृति आत्मालाप पर आधारित योगेंद्र प्रसाद मिश्रक हिन्दी उपन्यास विदेह जनपद केर लोकार्पण कएल गेल। मिश्र जी केर दू गोट आओरो पोथी-अनुचिंतन(मैथिली) आ नख दर्पण(हिंदी) के लोकार्पण सेहो भेल। सम्मेलन के उद्घाटन राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त आचार्य आद्याचरण झा जी कएलनि। मुख्य अतिथि छलाह भाषाविद् आचार्य श्रीरंजन सूरिदेव जी। डाक्टर जगदीश पांडेय आ प्रोफेसर अमरनाथ सिन्हा जी सेहो उपस्थित छलाह।
(चित्र हिंदुस्तान,पटना,21.4.2010 सं साभार)