भारत के प्रथम नोबेल पुरस्कार विजेता गुरूदेव रवीन्द्रनाथ ठाकुर के 150म जन्मवार्षिकी के अवसर पर भारतीय रेल के विशेष प्रदर्शनी गाड़ी संस्कृति-यात्रा एक्सप्रेस पटना पहुंच गेल अछि। आइ सं शनि धरि पटना जंक्शन के प्लेटफार्म नौ पर ई ट्रेन ठाढ रहत। प्रदर्शनी भोरे आठ बजे सं सांझ आठ बजे तक खुजल रहत। ई प्रदर्शनी गाड़ी भारतीय रेल के विशिष्ट प्रयासक नतीजा छैक। एहि गाड़ी में विश्वकवि रवीन्द्रनाथ ठाकुर के जीवन आर हुनकर रचना सभ देया विस्तार सं जानकारी देल गेल छैक। प्रदर्शनी पांच डिब्बा मे छैक। प्रथम कोच में जीवन स्मृति के झांकी देखाओल गेल छैक। दोसर कोच में हुनकर कृति के आधार पर गीतांजलि राखल गेल छैक। एही रचना पर हुनका नोबल पुरस्कार भेटल छलन्हि। एहि कोच में गुरुदेव कें कविता, संगीत आर हुनका द्वारा लिखल गेल चिट्ठी सभहक अंश उद्धृत कएल गेल अछि। तेसर कोच के नाम मुक्तधारा राखल गेल छैक।