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Monday, February 15, 2010

रामायण कें अंग्रेजी संस्करण

शनिकए दिल्ली केर इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में, अंग्रेजी भाषा में रूपांतरित पोथी "तुलसी रामायण" आर "द हिंदू बुक ऑफ द डेड" के लोकार्पण भेल। प्रकाशक छैक वितस्ता प्रकाशन।
तुलसी रामायण आर मृत्यु देया लिखल गेल एहि पोथी देया कर्ण सिंह कहलनि जे ओ आधुनिक संस्कृतिक विरोधी नहिं छथि परञ्च पुरान संस्कृति कें सेहो बिसरबाक नहिं चाही। "द हिंदू बुक ऑफ द डेड" देया हुनकर कहब रहनि जे ओ एहन विषय उठओने छथि जाहि पर कतेको लोक मारिते रास लिख चुकल छथि। तें, सभकें संक्षेप में राखल गेल छैक। पुस्तक में हिंदू धर्मक व्याख्या छैक। ओना तं ई पोथी मृत्यु विषयक छैक,मुदा मृत्यु पर लिखबा लेल जीवन पर लिखब जरूरी छैक।
लेखक वेदप्रताप वैदिक कहलनि जे दुनू पोथीक एक साथ विमोचन अद्भुत छैक। एक किताब मृत्युक छैक तं दोसर जीवन केर। मृत्यु कें ल कए जतेक प्रश्न "द हिंदू बुक ऑफ द डेड" में उठाओल गेल छैक ओहि सभ प्रश्नक जवाब "तुलसी रामायण" में छैक।रामायणकेर अंग्रेजअनुवाद कएलनि अछि सत्यदेव जी। तुक कें ध्यान राखल गेल छैक। ओ प्रवासी भारतीय छथि। कहलनि जे पुस्तक कें पूरा करबा में हुनका पंद्रह बरख लगलनि। ईहो जे,अमेरिका में रहि रहल तेसर पीढ़ी कें संस्कृति सं जोड़बा लेल ओ अनुवाद वास्ते प्रेरित भेलथि।
(नई दुनिया,दिल्ली,14.2.10 में प्रकाशित रिपोर्ट पर आधारित)