चंपारण सांस्कृतिक महोत्सवक तेसर राति स्वप्न सुंदरी हेमामालिनी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्था नाट्य विहार केंद्र मे राधा-कृष्ण नृत्य-नाटिका प्रस्तुत कएलनि । शनिक सांझे सं दर्शकलोकनिक हुजूम मोतिहारी के गांधी मैदान दिसि उमड़ि पड़ल छल। पंडाल सांझहि में भरि गेल छल । नृत्य-नाटिका राति लगभग १०.३० बजे शुरू भेल । दर्शक बेसुध और अपलक एहि नृत्य-नाटिका कें देखैत रहलाह। सभहक इएह कहब रहनि जे ओ एहन प्रस्तुति कहियो नहि देखने रहथि। राधा बनल हेमामालिनी आर कृष्ण बनल राहुल डिसुजा के मनोहारी नृत्य पर लाइट आर साउंड केरसंयोजनबेजो़ड़ छल ।
वृंदावनक कुंजगली में गोपी सभहक संग नृत्य करैत राधा-कृष्णक मनमोहक अदा सं दर्शकों भाव-विभोर भ गेलाह। अरिष्ट सुर वध, राधाकृष्णक प्रेम लीला केर अंतरंग क्षण बड़ मनमोहक छल । देवकी सं विलगावक ह्दय-विदारक आ रोमांचक दृश्य दर्शकलोकनि कें भावुक क देलक। यमुना तट पर गोपी सभहक संग महारासक नयनाभिराम दृश्य देखि दर्शक मस्त छलथि। एहि क्रम में सभसं प्रभावकारी दृश्य गोपी-उद्घव संवाद केर छल।
एहि नृत्य-नाटिका में हेमा आर डिसूजा के संग लगभग दू दर्जन कलाकार गोप व गोपियां के वेश में छलाह। नाटिका समाप्त भेला पर हेमामालिनी कहलनि जे ओ गांधी, बुद्घ, वाल्मीकि आर सीता केर भूमि पर आबिकए गौरवांन्वित महसूस क रहल छथि। नृत्य नाटिका केर गीत-संगीत रवींद्र जैन आर पार्श्व गायन सुरेश वाडेकर, कविता कृष्णमूर्ति आ रूप कुमार राठौर कें छल। परिकल्पना आर वेशभूषा स्वयं हेमामालिनी के।
वृंदावनक कुंजगली में गोपी सभहक संग नृत्य करैत राधा-कृष्णक मनमोहक अदा सं दर्शकों भाव-विभोर भ गेलाह। अरिष्ट सुर वध, राधाकृष्णक प्रेम लीला केर अंतरंग क्षण बड़ मनमोहक छल । देवकी सं विलगावक ह्दय-विदारक आ रोमांचक दृश्य दर्शकलोकनि कें भावुक क देलक। यमुना तट पर गोपी सभहक संग महारासक नयनाभिराम दृश्य देखि दर्शक मस्त छलथि। एहि क्रम में सभसं प्रभावकारी दृश्य गोपी-उद्घव संवाद केर छल।
एहि नृत्य-नाटिका में हेमा आर डिसूजा के संग लगभग दू दर्जन कलाकार गोप व गोपियां के वेश में छलाह। नाटिका समाप्त भेला पर हेमामालिनी कहलनि जे ओ गांधी, बुद्घ, वाल्मीकि आर सीता केर भूमि पर आबिकए गौरवांन्वित महसूस क रहल छथि। नृत्य नाटिका केर गीत-संगीत रवींद्र जैन आर पार्श्व गायन सुरेश वाडेकर, कविता कृष्णमूर्ति आ रूप कुमार राठौर कें छल। परिकल्पना आर वेशभूषा स्वयं हेमामालिनी के।