अपनेक स्वागत अछि।

Friday, January 01, 2010

नव वर्षक स्वागत करू कहबी सं !

*सुनि-सुनि लगइए दांती,कुक्कुर बन्हइए गांती

















*
अन्हरा कुक्कुर मांड़े तिरपित











*कल कलवार कल्ला ओदार










*दुष्टक दबाई पीठ पूजा









*मरक मोन नहिं त रहि रहि उकासी










*पूंजी घास ने,कुंजीक झाबा



*दाई गे दाई बड़ सुलवाहि
*जितिया पाबनि बड़ भारी धिया-पुताके ठोकि सुतौलनि
अपने लेलनि भरि थारी