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Saturday, January 02, 2010

प्रबोध सम्मान जीवकान्तजी कें

14 फरवरी कए पटना में कएल जएतनि पुरस्कृत

(हिंदुस्तान,पटना,03.01.10)
(हिंदुस्तान,पटना,02.01.10)
2004 में शुरू भेल लखटकिया प्रबोध सम्मान एहि बरख श्री जीवकांत जी कें देल जएतनि। हुनक जन्म जन्म सुपौल जिलाक अभुआढ़ में 1936 में भेल छलनि। ठेठ शब्दावली सं यथार्थपरक बिम्बात्मक अभिव्यक्ति करब जीवकांत जी के विशेषता छन्हि। मध्यवर्ग हुनक कविता में घै कटैत नज़रि अबैत अछि। यद्यपि जीवकांत जीक पात्र में संघर्षक प्रकट अभिव्यक्ति नहिं छन्हि,तथापि,ओ चेतनासंपन्न छैक,तहि में संदेह नहिं। हिनक कविता-संग्रह नाचू हे पृथ्वी आधुनिक कविताक प्रखर कीर्ति-स्तंभ मानल जाइछ। श्री जयकान्त मिश्र हिनका कतेको अर्थ में,राजकमल सं बेसी परिपक्व मानैत छलाह। श्री जीवकांत जी कें 1998 में,तकै अछि चिड़ैं के लेल साहित्य अकादमी पुरस्कार सेहो भेटि चुकल छन्हि। maithilaurmithila.blogspot.com सं ज्ञात होइछ जे हुनका सं पहिले,प्रबोध सम्मान श्रीमती लिली रे,महेंद्र मलंगिया,गोविंद झा,मायानंद मिश्र,मोहन भारद्वाज आ राजमोहन झाजी के भेटि चुकल छन्हि। लिअ,पढू जीवकांत जी केर कपारपरक दीप शीर्षक कविता जे ओ 1975में लिखने छलाहः