कलकत्ता सं प्रकाशित मिथिला दर्शन पत्रिका केर जनवरी-फरवरी,2010 अंक बजार में आबि गेल छैक। एहि अंक में प्रकाशित रचना सभ पर एक संक्षिप्त दृष्टिः-
1. संपादकीय(नचिकेता जी)- ज्ञान-विज्ञानक दौड़ में छुटैत मानव,मानविकी
2. आखर लेख- श्री रामलोचन ठाकुर
3. मिथिलाःहमर दुखक नहिं ओर-पंचानन मिश्र
4. ढहैत धरोहर,ढहरैत भाषा-उदय नारायण सिंह नचिकेता
5. मिथिलाक संस्कृतिक खोज-गोविन्द झा
6. 2010 केर प्रबोध साहित्य सम्मान विजेता जीवकांत जी कें जीवन-वृत्त
7. एकटा बड्ड पुरान गप्प(लिली रे केर उपन्यासक पहिल भाग)
8. पुनरावृत्ति(कथा)-पन्ना झा
9. जामे कुटुम समाय(कथा)-सुभाष चंद्र यादव
10. रघुनाथ मुखिया,लक्ष्मण झा सागर,रानी झा,शारदानन्द दास परिमल आ अरविन्द ठाकुर के कविता
11. पंकज पराशर के पोथी विलंबित कइक युग में निबद्ध केर समीक्षा जीवकांत जी द्वारा
12. बिहार पब्लिक सर्भिस कमीशन में मैथिली-प्रेमशंकर सिंह
13. पद्मभूषण बिंदेश्वर पाठक-कुमारेश कश्यप
14. घरेलू हिंसा-ममता झा
15. रूप चर्चा
16. भनसा भात पर श्रीमती विजया मिश्र केर आलेख
17. माछक महिमा-डॉ. एस.सी.प्रसाद
18. गोनू झा के दू गोट खिस्सा
19. वर्ग-पहेली
20. बुझौअलि
21. श्रीकांत मंडलःरंगमंचक एकटा ज्योति-स्तंभः रामलोचन ठाकुर
22. ओह! श्रीकान्त जी!- कुणाल
23. नचिकेता कें कीर्ति नारायण मिश्र साहित्य सम्मान,2009 भेटबा पर रिपोर्ट
24.विद्यापति स्मृति-पर्व-कुमार गगन
25. मैथिल आ मिथिला संबंधी किछु संक्षिप्त समाचार