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Friday, November 20, 2009

शंखपुष्पी छोड़ू,हिंदी पढ़ू

आई धरि सुनैत छलहुं जे विज्ञान आ गणित पढला सं दिमाग तेज होईत छैक। ईहो,जे ई दुनू विषय उएह लोकनि पढितो छथि,जनिक दिमाग तेज रहैत छन्हि। एहि क्रम में शंखपुष्पी बला अपन नीक बजार बना लेने रहए। बूझल जाइत रहल छैक जे साहित्य उएह पढैत अछि,जे आओर कोनो विषय के नहिं सम्हारि पाओत। मुदा आब एकटा नव एंगल ई छैक जे हिंदीयो पढला सं दिमाग तेज होईत छैक। देखू,हिंदुस्तान बला की कहैत अछिः


13 नवम्बर,2009 केर हिंदुस्तान,पटना में यथाप्रकाशित