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Sunday, January 15, 2012

विदेह साहित्य उत्सव २०१२/ वि‍देह सम्‍मान समारोह


विदेह साहित्य उत्सव २०१२/ वि‍देह सम्‍मान समारोह
(वि‍देह सम्‍पादकक समानान्‍तर साहि‍त्‍य अकादेमी- मैथि‍ली पुरस्‍कार)
सह
काव्‍य गोष्‍ठी
दि‍नांक- 14 जनवरी 2012 (शनि‍दि‍न)
समए- 11: 30 बजे (पूर्वाहन) सँ 5: 50 बजे साँझ धरि‍  
स्‍थान- अशर्फी दास साहु समाज इण्‍टर महि‍ला महावि‍द्यालय, अम्‍बेदकर चौक वार्ड नं. 07, ि‍नर्मली, जि‍ला- सुपौल।
आयोजक- स्‍थानीय साहि‍त्‍य प्रेमी                                          
संयोजक- उमेश मण्‍डल

उद्घाटन सह दीप प्रज्‍वलन- द्वय
प्रो. राजकुमार मण्‍डल
(अवकाश प्राप्‍त प्रोफेसर, हि‍न्‍दी वि‍भाग, ि‍नर्मली महावि‍द्यालय ि‍नर्मली) आ
डॉ. भीमनाथ झा
सम्‍मान समारोहक अध्‍यक्ष
डॉ. भीमनाथ झा
(अवकाश प्राप्‍त प्रोफेसर, वि‍श्ववि‍द्यालय मैथि‍ली ि‍वभाग, ल. ना. मि‍. वि‍श्ववि‍द्यालय- दरभंगा।)

सम्‍मान समारोहक मंच संचालन- द्वय
प्रो. शि‍वकुमार प्रसाद
(प्राध्‍यापक हि‍न्‍दी वि‍भाग ि‍नर्मली महावि‍द्यालय ि‍नर्मली)
श्री संजीव कुमार ‘शमा’
स्‍वागत गीत-
श्री रामसेवक ठाकुर, श्री रामदेवप्रसाद मण्‍डल झारूदार आ श्री राधाकान्‍त मण्‍डल
स्‍वागत कवि‍ता-
श्री रामवि‍लास साहु
स्‍वागत भाषण-
प्रो. कपि‍लेश्वर साहु
सम्‍मानि‍त अति‍थि‍-
1. ले. क. मयानाथ झा-
(गाम- भराम, पोस्‍ट कोठि‍या, जि‍ला- मधुबनी)
जेकर नारी चतुर होइ पोथी लेल समानान्‍तर साहि‍त्‍य अकादेमी मैथि‍लीक बाल साहि‍त्‍य पुरस्‍कार- 2011
2. श्री जगदीश प्रसाद मण्‍डल
(गाम, पोस्‍ट- बेरमा, भाया- तमुरि‍या, जि‍ला- मधुबनी)
गामक जि‍नगी कथा संग्रह लेल समानान्‍तर साहि‍त्‍य अकादेमी- मैथि‍लीक मूल पुरस्‍कार- 2011
3. श्री आनन्‍द कुमार झा
(गाम- मेंहथ, भाया- झंझारपुर, जि‍ला- मधुबनी)
कलह नाटक लेल समानान्‍तर साहि‍त्‍य अकादेमी- मैथि‍लीक युवा पुरस्‍कार- 2011

नव वस्‍त्रक संग प्रस्‍शती पत्र आ वि‍देह सम्‍मानक प्रतीक चि‍न्‍ह प्रदान कएल गेल।

सम्‍मानि‍त कएल गेलन्‍हि‍-
श्री जगदीश प्रसाद मण्‍डलकेँ- डॉ. भीमनाथ झा, प्रो. राजकुमार मण्‍डल
ले. क. मयानाथ झाकेँ श्री राजदेव मण्‍डल, प्रो. राजकुमार मण्‍डल
श्री आनन्‍द कुमार झाकेँ श्री बेचन ठाकुर, प्रो. राजकुमार मण्‍डल

वि‍शि‍ष्‍ठ अति‍थि‍-
श्री रामजी प्रसाद मण्‍डल
(अवकाश प्राप्‍त पुस्‍तकालयाध्‍यक्ष ि‍नर्मली महावि‍द्यालय ि‍नर्मली, सुपौल।)
प्रो. जय प्रकाश साहु
(अध्‍यक्ष इति‍हास वि‍भाग ि‍नर्मली महावि‍द्यालय ि‍नर्मली)
श्री हरि‍नारायण कामत
(अवकाश प्राप्‍त शि‍क्षक, ि‍नर्मली)
श्री कृष्‍ण राम
अवकाश प्राप्‍त शि‍क्षक, छजना, मधुबनी।)
श्री मनोज कुमार साह
(प्राचार्य, अशर्फी दास साहु समाज इण्‍टर महि‍ला महावि‍द्यालय ि‍नर्मली।)
श्री शि‍वकुमार मि‍श्र
(गाम- बेरमा, मधुबनी।)

साहिि‍‍त्‍यक वि‍शि‍ष्‍ठ अति‍थि-

श्री राजदेव मण्‍डल
(एक्केसम सदीक पहि‍ल दसकक सर्वश्रेष्‍ठ कवि‍, गाम- मुसहरनि‍याँ जि‍ला- मधुबनी।)
श्री बेचन ठाकुर
(प्रसि‍द्ध नाटककार, गाम-चनौरागंज, मधुबनी।)

दोसर सत्र (काव्‍य पाठ)
अध्‍यक्ष- प्रो. राजकुमार मण्‍डल
(अवकाश प्राप्‍त प्रोफेसर, हि‍न्‍दी वि‍भाग, ि‍नर्मली महावि‍द्यालय ि‍नर्मली)

मंच संचालक द्वय-
प्रो. रमेश कुमार मण्‍डल
प्राध्‍यापक, अशर्फी दास साहु समाज इण्‍टर महि‍ला महावि‍द्यालय, अम्‍बेदकर चौक वार्ड नं. 07, ि‍नर्मली। आ
श्री दुर्गानन्‍द मण्‍डल
शि‍क्षक, उच्‍च वि‍द्यालय- वनगामा, मधुबनी। 

काव्‍य गोष्‍ठीमे लगभग 3 दर्जन नूतन कवि‍ताक पाठ भेल।
अति‍थि‍-
1.  प्रो. रमेश कुमार मण्‍डल
2.  प्रो. हेमनारायण साहु
3.  प्रो. कपि‍लेश्वर साहु
4.  प्रो. उपेन्‍द्र नारायण अनुपम
5.  श्रीमती कामि‍नी कुमारी प्रसाद
6.  श्रीमती उषा कुमारी
7.  प्रो. सुशील कुमार साहु
8.  श्री कृष्‍ण कुमार साह
9.  श्री राघब झा
10.  श्री युगेश्वर प्रसाद साह
11.  श्री लक्ष्‍मण प्रसाद गुप्‍ता
12.  श्री रामवि‍लास साहु
13.  श्री भोला प्रसाद यादव
14.  श्री वि‍रेन्‍द्र कुमार वि‍मल
15.  श्री राम प्रवेश मण्‍डल
16.  श्री गुलाब चन्‍द्र यादव
17.  श्री वि‍ष्‍णु कुमार गुप्‍ता
18.  श्री राधाकान्‍त मण्‍डल
19.  श्री मनोज कुमार राधे
20.  श्री वि‍नोद कुमार वि‍कल
21.  श्री सी. एन. मण्‍डल
22.  श्री सुरेश महतो
23.  श्री गोवि‍न्‍दाचार्य
24.  श्री अशोक साह
25.  श्री पंकज कुमार प्रभाकर
26.  श्री युगल कि‍शोर शर्मा
27.  श्री मुकेश कुमार
28.  श्री दि‍नेश कुमार
29.  श्री उमेश प्रसाद नायक
30.  श्री रौशन कुमार गुप्‍ता
31.  श्री दुर्गानंद मण्‍डल
32.  श्री संजय कुमार मण्‍डल
33.  श्री अखि‍लेश कुमार मण्‍डल
34.  श्री मदन प्रसाद
35.  श्री संजीव कुमार समा
36.  श्री श्रीमोहन ठाकुर
37.  श्री उमेश पासवान
38.  श्री रामकृष्‍ण मण्‍डल छोटू
39.  श्री खड़ानंद यादव
40.  श्री नंद वि‍लास राय
41.  श्री रामदेव प्रसाद मण्‍डल ‘झारूदार’
42.  सुधीर कुमार ‘सुमन’
43.         श्री नारायण झा
43.
43.लगभग 3 दर्जनसँ ऊपर काव्‍यक पाठ भेल।