
Friday, April 30, 2010
नोकिया के ओवी म्यूजिक अनलिमिटेड लांच

टी-20 विश्वकप स्टार क्रिकेट पर रात्रि साढे दस बजे

ग्रुप-ए टीमः
1.आस्ट्रेलिया
2.बांगलादेश
3.पाकिस्तान
ग्रुप-बी टीम
1.श्रीलंका
2.न्यूजीलैंड
3.जिम्बाब्वे
ग्रुप-सी टीम
1.दक्षिण अफ्रीका
2.भारत
3.अफगानिस्तान
ग्रुप-डी टीम
1.वेस्टइंडीज
2.इंगलैंड
3.आयरलैंड
कार्यक्रमक प्रसारण स्टार क्रिकेट चैनल पर राति मे अलग-अलग समय पर हएत। नोट करूः
30 अप्रैलःभारत-न्यूजीलैंडःरात्रि 10.30 बजे
30 अप्रैलःवेस्टइंडीज-आयरलैंडःरात्रि 2.30 बजे
01 मईःभारत-अफगानिस्तानःसंध्या 7 बजे
01 मईः पाकिस्तान-बांगलादेशःरात्रि 11 बजे
02 मईः दक्षिण अफ्रीका-भारतःसंध्या 7 बजे
03 मईः श्रीलंका-जिम्बाब्वेःसंध्या 7 बजे

03 मईः वेस्टइंडीज-इंग्लैंडःरात्रि 11 बजे
04 मईः न्यूजीलैंड-जिम्बाब्वेःसंध्या 7 बजे
04 मईः इंग्लैंड-आयरलैंडःरात्रि 11 बजे
05 मईः बांगलादेश-आस्ट्रेलियाःसंध्या 7 बजे
05 मईः दक्षिण अफ्रीका-अफगानिस्तानःरात्रि 11 बजे
6 मई सं सुपर-8 दौर के मैच शुरू हएत। ओहि समय पुनः अपडेट देब। भारत के टीम मे एहि बेर धोनी,गंभीर,मुरली विजय,सुरेश रैना,युवराज सिंह,यूसुफ पठान,हरभजन सिंह,रवींद्र जडेजा,जहीर खान,प्रवीण कुमार,आशीष नेहरा,विनय कुमार,दिनेश कार्तिक,रोहित शर्मा आ पीयूष चावला हिस्सा ल रहल छथि। सचिन,सहवाग,यूनुस खान,रोबिन उथप्पा,शोएब मलिक आ पोंटिंग के जलवा एहि टूर्नामेंट मे नहि देख सकब। मैच सेंटलुसिया,गुयाना आ बारबाडोस मे हएत। पहिल विश्वकप 2007 मे भेल छल जे भारत जीतने छल। दोसर टूर्नामेंट 2009 मे भेल जे पाक जीतल।
आइसक्रीम ऑन ह्वील्स

"नव हुंकार" के लोकार्पण

कलर्स पर चक धूम धूम

Thursday, April 29, 2010
ज्योतिष पर प्रतिबंध नहिः केंद्र

वीर कुंअर सिंह आरा-छपरा महासेतु

भोजपुरी लेखिका साहित्य कला परिषद् मे

Tuesday, April 27, 2010
नोकिया कें फ्री ई-मेल सेवा

Monday, April 26, 2010
"इंडियन आइडल" शुरू

ऑनलाईन आवेदन करए लेल क्लिक करू।
Friday, April 23, 2010
Thursday, April 22, 2010
एयरटेल पर 'लाइव आरती'

जल्दीए,एहि सेवा मे गोल्डन टेंपल, वैष्णो देवी, काशी विश्वनाथ, हर की पौड़ी, पटना साहिब गुरुद्वारा आ पुरी कें जगन्नाथ मंदिर सं लाइव आरती सेहो उपलब्ध हएत।
महावीर मंदिर में विशेष प्रसाद 'क्षीरम' उपलब्ध। "नैवेद्यम" के पंजीकरण करएबाक तैयारी।
पछिला माह खबरि आयल छल जे पटना कें प्रतिष्ठित महावीर कें नैवेद्यम लेबए लेल पटना जाएब जरूरी नहि रहि जाएत किएक तं मंदिर प्रशासन आब एकर ऑनलाइन खरीदारी के व्यवस्था करए जा रहल अछि। एहि क्रम मे,एकटा आओर शुभ सूचना अछि जे आब एहि मंदिर मे भक्तगण कें विशिष्ट प्रसाद "क्षीरम" सेहो भेटतन्हि। 20 अप्रील कए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्षीरम प्रसाद वितरण केर शुभारंभ कएलनि । एहि अवसर पर, महावीर मंदिर के संचालक किशोर कुणाल जी कहलनि जे क्षीरम प्रसाद कें व्रत रखनिहारलोकनि उपवास के दिन सेहो उपयोग क सकताह किएक तं एहि मे अनाजक मिश्रण नहि छैक। ओ इहो जानकारी देलनि जे मशहूर नेवैद्यम के पंजीकरण करएबाक प्रयास कएल जा रहल छैक ।
ओ कहलनि कि राज्य के धार्मिक स्थल सभहक संचालन बेहतर करबाक लेल प्रदेश सरकार धार्मिक न्यास परिषद कें गठन कएने अछि जकर अध्यक्ष किशोर कुणाल कें बनाओल गेल छन्हि। नीतीश जी बजलाह जे मंदिर के बेहतर प्रबंधन सं श्रद्धालुलोकनिक शोषण रुकल अछि ।
इहो घोषणा कएल गेल जे महावीर मंदिर न्यास कें होमय वला आय सं गरीब सभहक लेल महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य हॉस्पीटल आ महावीर आरोग्य संस्थान कें संचालन भ रहल अछि।
महावीर मंदिर के साइट देखए लेल क्लिक करू।
ओ कहलनि कि राज्य के धार्मिक स्थल सभहक संचालन बेहतर करबाक लेल प्रदेश सरकार धार्मिक न्यास परिषद कें गठन कएने अछि जकर अध्यक्ष किशोर कुणाल कें बनाओल गेल छन्हि। नीतीश जी बजलाह जे मंदिर के बेहतर प्रबंधन सं श्रद्धालुलोकनिक शोषण रुकल अछि ।
इहो घोषणा कएल गेल जे महावीर मंदिर न्यास कें होमय वला आय सं गरीब सभहक लेल महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य हॉस्पीटल आ महावीर आरोग्य संस्थान कें संचालन भ रहल अछि।
महावीर मंदिर के साइट देखए लेल क्लिक करू।
Wednesday, April 21, 2010
कोहबर-सोहराय चित्रकला
बिहार आ झारखंड मे, मधुबनी पेंटिंग जकां कहियो ‘कोहबर’ आर ‘सोहराई’ भित्ति चित्रकला के प्रति सेहो लोक सभहक विशेष झुकाव रहैत छल मुदा आब ई कला विलुप्त हेबाक कगार पर अछि।
एकरा झारखंड के जनजातीय कला कहल जाइत छैक। एहि कला मे ‘वंश वृद्घि’ आर ‘फसल वृद्घि’ के चित्रण कएल जाइत छैक। बिहार आर झारखण्ड के संथाल, मुंडा, गोंड, कोरमा, असुर आ बैगा जनजातिक लोकसभ आइयो एहि भित्तिचित्रक बखूबी इस्तेमाल करैत छथि।
परम्परा के अनुसार,एहि कला कें घरक देबार पर चित्रित कएल जाइत छैक। एहि कला पर शोध क रहल विनोद रंजन के अनुसार, एहि मे मुख्य रूप सं देबार पर जानवर सभहक चित्र अंकित कएल जाइत छैक। एहि कला के उत्थान लेल कार्यरत हजारीबाग के बुलु इमाम के अनुसार,एहि प्राचीन कला केर स्थिति वर्तमान समय में एकदम दयनीय भ गेल छैक। इमाम जी कें कहब छन्हि जे एहि कला कें हड़प्पा संस्कृति के समकालीन मानल गेल छैक। इमाम जी के अनुसार, एहि कला कें ककरहु घर पर विवाह के बाद वंशवृद्घि लेल तथा दीपावली के बाद फसल वृद्घि लेल प्रयोग कएल जाइत छैक। मान्यता छैक जे जाहि घरक देबार पर कोहबर आर सोहराई कें भित्तिचित्र रहैत छैक ओकर घर में वंश आर फसल वृद्घि होइते रहैत छैक।
फसल वृद्घि लेल लोक प्राकृतिक वस्तु सभहक चित्र बनबैत छथि आ वंशवृद्घि लेल दिल, राजा-रानी आदि केर चित्र । एहि कला केर सभसं पैघ विशेषता छैक जे कलाकार पूरा देबार पर एकहि बेर में चित्र बनबैत छैक।
हजारीबाग के मांडु केर 22 वर्षीया पुतली एहि कला में माहिर छथि। हुनकर बनाओल "कोहबर" आर "सोहराय" पेंटिंग आस्ट्रेलिया केर आर्ट गैलरी ऑफ न्यू साउथवेल्स,सिडनी में वर्ष 2000 में लगाओल गेल छल जे ओतए लगएवला ई भारत केर पहिल पेंटिंग छल। पछिला वर्ष मिलान, लंदन, आर जर्मनी मे सेहो हुनक पेंटिंग कें बड्ड प्रशंसा भेल छल।
सोहराय कला पर एक गोट उपयोगी आलेख लेल क्लिक करू।
मैथिली पोथी "अनुचिंतन" केर लोकार्पण

(चित्र हिंदुस्तान,पटना,21.4.2010 सं साभार)
शोध पत्रिका "अन्वेषिका" के वास्ते आलेख आमंत्रित
पटना के बीएन कालेज के वार्षिक शोध पत्रिका अन्वेषिका के वास्ते आलेख आमंत्रित अछि। प्राचार्य डा. राज किशोर प्रसाद कहलनि अछि जे कालेज के एहि प्रतिष्ठित हिंदी शोध-पत्रिका मे, शिक्षक, विद्वान आ छात्रलोकनि अपन योगदान द सकैत छथि। पत्रिका के वर्तमान अंक केर विमोचन एही वर्ष 6 अप्रैल कए भेल छल जाहिमें 32 शोघ पत्र प्रकाशित कएल गेल छल। महाविद्यालय प्रबंधन अगिला अंक के आओर उपयोगी आ संग्रहणीय बनएबाक प्रयास क रहल अछि।
Tuesday, April 20, 2010
यात्री पुरस्कार आ कांचीनाथ झा "किरण" पुरस्कार वितरित
हालहि मे,मैथिलीक साहित्यकारलोकनि कें प्रतिष्ठित यात्री पुरस्कार आ कांचीनाथ झा किरण पुरस्कार सं सम्मानित कएल गेलनि। समारोह मधुबनी मे आयोजित भेल छल।
2010 केर यात्री पुरस्कार पछिला तीस बरख सं सक्रिय कवि-कथाकार-निबन्धकार-आलोचक नारायण जी केँ देल गेलनि । हम घर घुरि रहल छी हुनक चर्चित पोथी छन्हि।
2009 के पुरस्कार भेटलनि अलीगढ मुसलिम विश्वविद्यालय मे हिंदी के एसिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर पंकज पराशर कें। कवि-समालोचक पंकज जी सहरसा के छथि आ हुनकर दू गोट पोथी बहरायल छन्हि-समय कें अकानैत आ विलम्बित कईक युग मे निबद्ध।
2008 केर लेल इएह पुरस्कार कवि हरेकृष्ण झा कें भेटलनि। कोईलखवासी श्री हरेकृष्ण जी कवि-आलोचक-अनुवादक छथि। एना कतेक दिन हुनकर चर्चित काव्य-संग्रह छन्हि।
कांचीनाथ झा किरण पुरस्कार मधुकांत झा केँ हुनकर उपन्यास स्वेदजीवी के लेल देल गेलनि। फुलपरास थानांतर्गत विष्णुपुर निवासी मधुकांत जी चर्चित मैथिली पत्रिका समय-साल के सम्पादक छथि। ओ बहुविध लेखन कएने छथि। हिंदी मे दूधिया मेघ(कविता),चंद खुशियां दबोचे गले(गजल) आ मैथिली मे वेदना के स्वर-तरंग(गीत),लोक की कहत(कथा),मिझाइत अंत प्रकाश(कविता) आ लटलीला(प्रेम-संवाद संग्रह) प्रकाशित छन्हि।
पुरस्कार विजेता लोकनि कें अंगवस्त्रम, प्रशस्ति पत्र, 1501 नकद राशि और मार्ग व्यय प्रदान कयल गेलनि। खास बात ई जे श्रोताक संख्या लगभग बीस-पच्चीस हजार छल, जे आश्चर्यजनक उपस्थिति छल। एहि त्रिदिवसीय कार्यक्रमक आयोजक छल रहिका, मधुबनी केर मैथिल समाज। एहि कार्यक्रम मे पंडौल केर विधायक विनोद नारायण झा आ मधुबनीक एसपी उषा झा केर उपस्थिति अंत धरि छल। कार्यक्रम मे मिथिलाक आर्थिक विकास विषय पर घनघोर सेमिनारक भेल। संग-संग नाटक, गीत-नाद, सांस्कृतिक अनेक कार्यक्रम सेहो छल।
कार्यक्रम वृहद पैमाना पर छल, जाहि मे रहिका केर आसपासक कम सँ कम आठ-दस गामक सब तरहक सहयोग छल।
2010 केर यात्री पुरस्कार पछिला तीस बरख सं सक्रिय कवि-कथाकार-निबन्धकार-आलोचक नारायण जी केँ देल गेलनि । हम घर घुरि रहल छी हुनक चर्चित पोथी छन्हि।
2009 के पुरस्कार भेटलनि अलीगढ मुसलिम विश्वविद्यालय मे हिंदी के एसिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर पंकज पराशर कें। कवि-समालोचक पंकज जी सहरसा के छथि आ हुनकर दू गोट पोथी बहरायल छन्हि-समय कें अकानैत आ विलम्बित कईक युग मे निबद्ध।
2008 केर लेल इएह पुरस्कार कवि हरेकृष्ण झा कें भेटलनि। कोईलखवासी श्री हरेकृष्ण जी कवि-आलोचक-अनुवादक छथि। एना कतेक दिन हुनकर चर्चित काव्य-संग्रह छन्हि।
कांचीनाथ झा किरण पुरस्कार मधुकांत झा केँ हुनकर उपन्यास स्वेदजीवी के लेल देल गेलनि। फुलपरास थानांतर्गत विष्णुपुर निवासी मधुकांत जी चर्चित मैथिली पत्रिका समय-साल के सम्पादक छथि। ओ बहुविध लेखन कएने छथि। हिंदी मे दूधिया मेघ(कविता),चंद खुशियां दबोचे गले(गजल) आ मैथिली मे वेदना के स्वर-तरंग(गीत),लोक की कहत(कथा),मिझाइत अंत प्रकाश(कविता) आ लटलीला(प्रेम-संवाद संग्रह) प्रकाशित छन्हि।
पुरस्कार विजेता लोकनि कें अंगवस्त्रम, प्रशस्ति पत्र, 1501 नकद राशि और मार्ग व्यय प्रदान कयल गेलनि। खास बात ई जे श्रोताक संख्या लगभग बीस-पच्चीस हजार छल, जे आश्चर्यजनक उपस्थिति छल। एहि त्रिदिवसीय कार्यक्रमक आयोजक छल रहिका, मधुबनी केर मैथिल समाज। एहि कार्यक्रम मे पंडौल केर विधायक विनोद नारायण झा आ मधुबनीक एसपी उषा झा केर उपस्थिति अंत धरि छल। कार्यक्रम मे मिथिलाक आर्थिक विकास विषय पर घनघोर सेमिनारक भेल। संग-संग नाटक, गीत-नाद, सांस्कृतिक अनेक कार्यक्रम सेहो छल।
कार्यक्रम वृहद पैमाना पर छल, जाहि मे रहिका केर आसपासक कम सँ कम आठ-दस गामक सब तरहक सहयोग छल।
नीतीश स्पीक्स डॉट ब्लॉगस्पॉट डॉट कॉम
पछिला किछु समय सं ब्लॉगक लोकप्रियता देखि,आब अपन बात ब्लॉगक माध्यम सं रखबाक चलन बढल छैक। अमिताभ बच्चन जखन ब्लॉग पर आयल छलाह,तं लोक कें ई पतिआएब मोसकिल छलैक जे ओ अपने ब्लॉगिंग क रहल छथि आ कि केओ आओर हुनकर अनुमति सं ब्लॉग चला रहल छैक। मुदा आब ककरो आश्चर्य नहि होइत छैक। वाक्पटु अमरसिंह सेहो आब प्रेस कांफ्रेंस मे कम आ ब्लॉग पर बेसी गपियाइत छथि। एहि क्रम मे ताजा नाम अछि नीतीश कुमार कें। चुनाव लगिचायल देखि ओ संवाद आ लोकप्रियता जनबाक लेल एहन माध्यम चुनलनि अछि जाहि लेल महारैला के आह्वान करबाक जरूरति नहि छैक। हिंदुस्तान,पटना संस्करण केर खबरि देखूः

Monday, April 19, 2010
ब्लॉगिंग मे टॉपर बनबाक नुस्खा
ब्लॉगर सभहक बीच मारामारी चलिते रहैत छैक। कखनो पोस्टक संख्या ल कए तं कखनो कमेंटक संख्या ल कए। परन्तु,लंदन के एक सर्वेक्षण मे कहल गेल छैक जे ऑनलाइन मित्रक संख्या पोस्टक मात्रा सं बढैत छैक,गुणवत्ता सं नहि। जे जतेक पोस्ट करैत छथि,तनिक मित्रक संख्या ओहि अनुपात मे रहैत छैक। ई अध्ययन कएल गेल छैक शेफील्ड यूनिवर्सिटी के सुजान जैमिसन पॉवेल केर टीम द्वारा। ई टीम टॉप 75 ब्लॉगर के लोकप्रियता के विश्लेषण कएलक। शोधकर्तालोकनि प्रत्येक ब्लॉगर के मित्र संख्या,पोस्टक संख्या,लिखल गेल कुल शब्दक संख्या आ पोस्ट सभहक औसत दृष्टिकोण पर गौर कएलाक बाद ब्लॉगर सभ सं पुछलनि जे आन शीर्षस्थ ब्लॉग सभ हुनका कतेक आकर्षक बूझि पड़ैत छन्हि। अनुसंधानकर्तालोकनि एहि निष्कर्ष पर पहुंचलाह जे जतेक संख्या मे पोस्ट कएल गेल,ओही अनुपात मे हुनकर मित्र(समर्थक)लोकनिक संख्या बढैत गेल। एतबे नहि,एही सं हुनकर रेटिंग सेहो बढलनि।
एहि बात सं कोनो फर्क नहि पड़लैक जे ब्लॉगरलोकनिक पोस्ट पर आएल कमेंट सकारात्मक छैक अथवा नकारात्मक। ओम्हर,एक अन्य सर्वेक्षण मे,ई निष्कर्ष निकलल अछि जे फेसबुक आब ओतबे लोकप्रिय भ गेल अछि जतेक कि टेलीविजन अछि। नील्सन केर सर्वेक्षण के निष्कर्ष छैक जे 73 प्रतिशत अमरीकन ऑनलाइन रहला पर,सप्ताह मे कम सं कम एक बेर, सोशल नेटवर्किंग साइट पर ज़रूर जाइत छथि। संगहि,अमरीका के लगभग 47 प्रतिशत लोक प्रतिदिन फेसबुक पर जाइत छथि। ज्ञातव्य जे एहन इंटरनेट प्रयोक्ता,जे टेलीविजन रोज देखैत छथि, केर संख्या सेहो 55 प्रतिशत छथि। अर्थात् फेसबुक आ टेलीविजन प्रयोक्त केर संख्या मे बेसी फर्क नहि रहि गेल छैक।
पछिला किछु समय सं एहि बात ल कए बड्ड चर्चा भ रहल छैक जे हिंदी ब्लॉगिंग केम्हर जा रहल अछि आ अंग्रेजी के मोकाबिला मे ई कतए ठहरैत अछि। गुटबाजी आ गंभीर पोस्टक उपेक्षा स्पष्ट परिलक्षित होइछ। सड़ियल पोस्ट के पठनीयता बढल जा रहल छैक-ठीक ओहिना जेना कवि सम्मेलन सभ मे सड़कछाप शेर पर ठिठिअओनिहारक संख्या बड्ड रहैत छैक। किछु गोटे गूगल द्वारा विज्ञापनक लेल हिंदी ब्लॉगिंग के उपेक्षा सं चिंतित छथि। मुदा हिंदी ब्लॉगिंग के स्तर देखैत गूगल कें दृष्टिकोण अनुचित नहि कहल जा सकैत छैक। सनसनी पेश करबा सं हिंदी ब्लॉगिंग के दूर होमय पड़तैक। कतेको ब्लॉगर जे टाप 20 अथवा 30-40 मे गनल जाइत छथि,अपन कोनो पोस्ट नहि द कए खाली अन्यत्रक लिंक द रहल छथि। किछु लोकक पोस्टक साइज आ शीर्षकक साइज एकहि समान रहैत छन्हि। किछु गोटे मारिते ब्लॉग बनओने छथि मुदा सभ पर एकहि टा पोस्ट रहैत छन्हि। एहि सभ प्रयासक खिलाफत करबाक समय आबि गेल छैक।
एहि बात सं कोनो फर्क नहि पड़लैक जे ब्लॉगरलोकनिक पोस्ट पर आएल कमेंट सकारात्मक छैक अथवा नकारात्मक। ओम्हर,एक अन्य सर्वेक्षण मे,ई निष्कर्ष निकलल अछि जे फेसबुक आब ओतबे लोकप्रिय भ गेल अछि जतेक कि टेलीविजन अछि। नील्सन केर सर्वेक्षण के निष्कर्ष छैक जे 73 प्रतिशत अमरीकन ऑनलाइन रहला पर,सप्ताह मे कम सं कम एक बेर, सोशल नेटवर्किंग साइट पर ज़रूर जाइत छथि। संगहि,अमरीका के लगभग 47 प्रतिशत लोक प्रतिदिन फेसबुक पर जाइत छथि। ज्ञातव्य जे एहन इंटरनेट प्रयोक्ता,जे टेलीविजन रोज देखैत छथि, केर संख्या सेहो 55 प्रतिशत छथि। अर्थात् फेसबुक आ टेलीविजन प्रयोक्त केर संख्या मे बेसी फर्क नहि रहि गेल छैक।
पछिला किछु समय सं एहि बात ल कए बड्ड चर्चा भ रहल छैक जे हिंदी ब्लॉगिंग केम्हर जा रहल अछि आ अंग्रेजी के मोकाबिला मे ई कतए ठहरैत अछि। गुटबाजी आ गंभीर पोस्टक उपेक्षा स्पष्ट परिलक्षित होइछ। सड़ियल पोस्ट के पठनीयता बढल जा रहल छैक-ठीक ओहिना जेना कवि सम्मेलन सभ मे सड़कछाप शेर पर ठिठिअओनिहारक संख्या बड्ड रहैत छैक। किछु गोटे गूगल द्वारा विज्ञापनक लेल हिंदी ब्लॉगिंग के उपेक्षा सं चिंतित छथि। मुदा हिंदी ब्लॉगिंग के स्तर देखैत गूगल कें दृष्टिकोण अनुचित नहि कहल जा सकैत छैक। सनसनी पेश करबा सं हिंदी ब्लॉगिंग के दूर होमय पड़तैक। कतेको ब्लॉगर जे टाप 20 अथवा 30-40 मे गनल जाइत छथि,अपन कोनो पोस्ट नहि द कए खाली अन्यत्रक लिंक द रहल छथि। किछु लोकक पोस्टक साइज आ शीर्षकक साइज एकहि समान रहैत छन्हि। किछु गोटे मारिते ब्लॉग बनओने छथि मुदा सभ पर एकहि टा पोस्ट रहैत छन्हि। एहि सभ प्रयासक खिलाफत करबाक समय आबि गेल छैक।
Saturday, April 17, 2010
फणीश्वर नाथ रेणु जी कें पुश्तैनी घर तूफान मे ध्वस्त


एहि प्रलयंकारी तूफान सं रेणुजी कें पुश्तैनी मकानो धराशायी भ गेल। एही ठाम रेणुजी कें बाल्यकाल बीतल छलन्हि आ एतहि रहि ओ कतेको कालजयी रचना कएने छलाह। मुदा एहि तूफानक पछाति,आब ओ सभ चीज स्मृति मात्र रहि जाएत। एही मास, 11 अप्रैल कए,रेणुजीक पुण्यतिथि पर गाम मे कार्यक्रम आयोजित भेल छल आ रेणुजी कें प्रतिमा पर पुष्पांजलि सेहो अर्पित कएल गेल छल। ज्ञातव्य जे एहि तूफान मे सए सं बेसी लोक मारल गेल छलाह आ हजारों घर नष्ट भ गेल अछि ।
Thursday, April 15, 2010
बिहार मे पोर्न
किछु समय पूर्व,एक सर्वेक्षण मे कहल गेल छल जे सभसं बेसी सेक्स शब्द केर सर्च भारत सं होइत छैक। दरअसल,इंटरनेट के सम्पर्क में अबिते लोक सभ सं पहिने अश्लील साइट सर्च करैत छैक। पोर्न साइट सभहक एकटा खूबी इहो छैक जे कतेको बेर,चाहब किछु आओर आ खुजि जाएत उएह सब। बहुत बेर तं एहन होइत छैक जे पोर्न लिंक खुजि गेला पर बंदे नहि हएत। ईएह सभ आब बिहार मे शुरू भेल अछि। ओतए इंटरनेट सं एखनो लोक बेसी परिचित नहि छथि। आ जे छथि से देखू जे की क रहल छथिः

(हिंदुस्तान,पटना,14.4.2010)
हिंदी शब्द संसाधन

यामाहा के वाईबीआर मॉडल उपलब्ध

फोटोग्राफी सीखू कैनन सं

जूड़शीतल आ मलमास
काल्हि सतुआइन छल आ आइ जूड़शीतल अछि। एहि अवसर पर पितरक लेल लोक सभ सत्तू, जौ, टिकुला आ हाथ-पंखा दान कएल जाइत छैक। घर में बड़ी, भात, दलिपूड़ी, आमक चटनी बनैत छैक। सतुआ आ गुड़ कें प्रसाद कुलदेवता कें चढ़एबाक परम्परा सेहो छैक। कुलदेवताक समक्ष पानि भरल लोटा राखल जाइत छैक आ ओही पानिक थप्पा अगिला दिन अर्थात् जूड़शीतल कए छोट सभ कें अन्हरगरे, सुतले मे ,माथ पर आशीष स्वरूप देल जाइत छैक।
पानि में राखल बासी भात आ बड़ी खएबाक परम्परा रहल छैक । भात आ बड़ी घर के दरबज्जा लग आ चूल्हा पर सेहो चढ़ाओल जाइत छैक। चूल्हिया नेवार रहैत छैक अर्थात् चूल्हि पर भोजन नहि बनाओल जाइत छैक। जूड़शीतल मे एहन प्रत्येक स्थान कें साफ रखबा पर विशेष जोर रहैत छैक जाहि ठाम पानि राखल जाइत छैक।
आइए सं मलमास सेहो प्रारंभ भ रहल अछि। मलमास कें अधिकमास अथवा पुरुषोत्तम मास सेहो कहल जाइत छैक। जाहि चंद्रमास में सूर्य कें राशि-संक्रमण अर्थात एक राशि सं दोसर राशि में प्रवेश (संक्रांति) नहि हुअए,ओकरे मलमास कहल जाइत छैक। सूर्यनारायण प्रत्यक्ष देवता छथि। समस्त धर्म-कर्म सूर्यदेव कें साक्षी मानिकए कएल जाइत छैक। विक्रम संवत् 2067 में मेष संक्रांति आर वृष संक्रांति के मध्य के दुनू पक्ष में सूर्य कें कोनो संक्रांति नहि छैक। तें, 15 अप्रैल सं 14 मई, 2010 के मध्यक अवधि मलमास रहत। खासकए बिहार,उत्तरांचल, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान मे एहि मास मे निष्काम भक्ति के अतिरिक्त आन सभ कार्य वर्जित रहैत छैक। पूर्वी व दक्षिण प्रदेश मे एहि तरहक दोष नहि मानल गेल छैक।
पुराण मे कहल गेल छैक जे हर तेसरे वर्ष पड़एवाला मलमास मनुष्य कें जीवनवृत्ति के चक्र सं मुक्त करैत छैक। तें, एहि मासक महत्ता कनेक बेसि छैक। मलमास मे धार्मिक कर्मकांडक संख्या बढ़ि जाइत छैक। श्रद्घालु मलमास में बेसी समय तीर्थ में बितबैत छथि। भगवान मलमास में भगवान विष्णु अथवा श्रीकृष्ण कें उपासना, जप, व्रत, दान आदि करबाक चाही।
उत्तरभारत में यज्ञ-अनुष्ठान सभहक बेसी महत्व रहल छैक। कथा छैक जे पौष मास में ब्रह्मा जी पुष्य नक्षत्र के दिन अपन पुत्री के विवाह कएलनि, मुदा विवाहे काल मे धातु क्षीण भ गेलाक कारणें ब्रह्मा जी पौष मास आ पुष्य नक्षत्र कें श्राप द देलन्हि।

आइए सं मलमास सेहो प्रारंभ भ रहल अछि। मलमास कें अधिकमास अथवा पुरुषोत्तम मास सेहो कहल जाइत छैक। जाहि चंद्रमास में सूर्य कें राशि-संक्रमण अर्थात एक राशि सं दोसर राशि में प्रवेश (संक्रांति) नहि हुअए,ओकरे मलमास कहल जाइत छैक। सूर्यनारायण प्रत्यक्ष देवता छथि। समस्त धर्म-कर्म सूर्यदेव कें साक्षी मानिकए कएल जाइत छैक। विक्रम संवत् 2067 में मेष संक्रांति आर वृष संक्रांति के मध्य के दुनू पक्ष में सूर्य कें कोनो संक्रांति नहि छैक। तें, 15 अप्रैल सं 14 मई, 2010 के मध्यक अवधि मलमास रहत। खासकए बिहार,उत्तरांचल, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान मे एहि मास मे निष्काम भक्ति के अतिरिक्त आन सभ कार्य वर्जित रहैत छैक। पूर्वी व दक्षिण प्रदेश मे एहि तरहक दोष नहि मानल गेल छैक।
पुराण मे कहल गेल छैक जे हर तेसरे वर्ष पड़एवाला मलमास मनुष्य कें जीवनवृत्ति के चक्र सं मुक्त करैत छैक। तें, एहि मासक महत्ता कनेक बेसि छैक। मलमास मे धार्मिक कर्मकांडक संख्या बढ़ि जाइत छैक। श्रद्घालु मलमास में बेसी समय तीर्थ में बितबैत छथि। भगवान मलमास में भगवान विष्णु अथवा श्रीकृष्ण कें उपासना, जप, व्रत, दान आदि करबाक चाही।
उत्तरभारत में यज्ञ-अनुष्ठान सभहक बेसी महत्व रहल छैक। कथा छैक जे पौष मास में ब्रह्मा जी पुष्य नक्षत्र के दिन अपन पुत्री के विवाह कएलनि, मुदा विवाहे काल मे धातु क्षीण भ गेलाक कारणें ब्रह्मा जी पौष मास आ पुष्य नक्षत्र कें श्राप द देलन्हि।
सिंगापुर मे हिंदू मंदिर के जीर्णोद्धार

अभिषेक समारोह मध्य व्यावसायिक जिला मे भेल जतए पुजारीलोकनि श्री मरिअम्मन मंदिर के शिखर कें जलाभिषेक कएलनि। सिंगापुर के हिंदू दान बोर्ड के अनुसार,एहि मंदिर केर आंतरिक सज्जा लेल भारत के २० सं बेसी कलाकार लोकनि काज कएने रहथि।
एहि अभिषेक समारोहक बाद ४८ दिनों तक चलएबला सांस्कृतिक कार्यक्रमक प्रारंभ भेल। ज्ञातव्य जे सरकार द्वारा नियुक्त एहि बोर्ड के तहत सिंगापुर में २०टा हिंदू मंदिर अछि।
उम्र कम बतएला सं पॉलिसी भ सकैत अछि खारिज
राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग निर्णय देने अछि जे जं बीमा करबैत काल पॉलिसी धारक अपन उम्र कम बतबैत अछि, तं इंश्योरेंस कंपनी ओकर दावा के खारिज क सकैत अछि। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) कें एक मामिला में क्लीन चीट दैत आयोग कहलक कि एहि तरहक कोनहु दावा सही तथ्य कें छिपएबाक आधार पर खारिज कएल जा सकैत अछि। आयोग ई दावा एहि आधार पर खारिज क देलक कि पालिसीधारक बीमा करबैत काल अपन उम्र कम बतओने छल। एहि मामिला में कंपनी पओलक जे पॉलिसी धारक सबूत के रूप मे लाइसेंस कें एक प्रति जमा करओने छल जाहि मे अपन जन्म तारीख गलत बतओने छल। एहि पॉलिसी धारक कें स्वर्गवास पॉलिसी लेबाक तीने मासक उपरान्त भ गेल छल। आयोग कहलक जे कोनहु व्यक्तिक उम्र लाइसेंस के बजाए,ओकर स्कूल प्रमाणपत्र में अंकित तारीख सं निर्धारित कएल जएबाक चाही।
Tuesday, April 13, 2010
दूरदर्शन पर महाराजा रणजीत सिंह
एहि धारावाहिक मे मुख्य भूमिका राजबब्बर के छन्हि। हुनकर कहब छन्हि जे ओ एहि विषय पर फिल्म सेहो बनओताह। एक रिपोर्ट दैनिक हिंदुस्तान सं-

बागमती एक्सप्रेस मे स्लीपर कोच बढल
ट्वेंटी-२० विश्व कप हर दोसर साल

लोर्गट कहलनि जे २०-२० कें फार्मेट लोकप्रियता के मामिला में उम्मीद सं बेस आगू निकलि गेलाक बादो,एहि सं टेस्ट आर वनडे कें कोनो खतरा नहि छैक। ओ इहो स्वीकार कएलनि जे वनडे में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के पहिल डबल सेंचुरी सं ई प्रारूप लोकप्रियता के शिखर पर पहुंच गेल अछि।
Monday, April 12, 2010
हेमन ट्राफी के फाइनल मे कटिहार के मुकाबला मुजफ्फरपुर सं
मुंबई समर स्पेशल
Friday, April 09, 2010
बिजली नहि अछि तं 1 डायल करू
दिल्ली में कोनो वजह सं घरक बिजली कटि गेल हुअए,तं बीएसईएस के आईवीआरएस (इंटरेक्शन वॉयस रेसपाउंस सिस्टम) नंबर डायल कए १ दबाउ आर अपन १० अंक वला सीआरएन (कंज्यूमन रेफरेंस नंबर) नंबर डायल करू। अहां शिकायत स्वतः दर्ज भ जाएत। बिजली कंपनी बीआरपीएल केर आईवीआरएस नंबर ३९९९९७०७ आर बीवाईपीएल केर आईवीआरएस नंबर ३९९९९८०८ छैक।
टाटा आ नोकिया कें म्यूजिक फीचर

ओम्हर, नोकिया सेहो म्यूजिक डाउनलोडिंग सुविधा कनेक अलग-अलग रूप मे शुरु कएलक अछि। नोकिया कें ई सेवा काल्हि सं चीन में शुरू भेल अछि आ भारत में शीघ्र शुरू कएल जाएत। नोकिया इहो कहलक अछि जे ऊ दुनिया भरि के पैघ ब्रांडक तहत संगीत डाउनलोड केर सुविधा उपलब्ध कराओत।
Thursday, April 08, 2010
"कहू त"(12) केर परिणाम
रूचिगर सूचना आधारित साप्ताहिक स्तंभ "कहू त" श्रृंखला केर बारहम प्रश्न छलः
"मिथिलाक एकमात्र नीलकंठ मंदिर जएबा लेल कोन टीसन उतरब"?
विकल्प छलः
"मिथिलाक एकमात्र नीलकंठ मंदिर जएबा लेल कोन टीसन उतरब"?
विकल्प छलः
1.सहरसा
2.सिमरिया
3.सुपौल
4.झंझारपुर
प्राप्त उत्तर सिमरिया के पक्ष मे छल जे गलत उत्तर अछि। सही उत्तर अछि-सहरसा।
पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। प्रतिभागी बनू,वोट करू।
ह्यूंदेई कें आई-२० मॉडल

पटना मे स्वरनाद मे पंडित जसराज
मेवाती घराना कें विश्वप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज जी आई पटना मे आर्ट ऑफ लिविंग केर स्वरनाद मे अपन प्रस्तुति देताह। पद्मभूषण जसराज जी 80 बरखक छथि मुदा हुनक स्वर मे ओज समय केर संग आओर बढैत गेल छन्हि। हुनका सुनब एक असाधारण अनुभव छैक। अपूर्व भक्तिभाव सं गाओल हुनकर एक गीत सुनए लेल क्लिक करू।
(हिंदुस्तान,पटना,8.4.2010)


दरभंगा,पटना,भागलपुर,मुजफ्फरपुर आ गया मे एसएसपी

बिहार मे जनगणना 1 जून सं
बिहार में जनगणना एक जून सं शुरू हएत आ दू चरम मे संपन्न हएत । पहिल चरण के जनगणना 1 जून सं 15 जुलाई तक चलत। दोसर चरण केर जनगणना अगिला बरख 9 फरवरी सं शुरू भ कए 28 फरवरी तक चलत। जनगणना कें जिम्मेदारी जिलाधिकारी पर रहतनि। एहि कार्य मे 1 लाख 95 हजार कर्मचारी कें लगाओल जएतनि जाहि मे सं बेसी गोटे शिक्षक रहताह।

(हिंदुस्तान,पटना,8.4.2010)
Tuesday, April 06, 2010
बिहार मे वकील पेंशन योजना लागू
फोटो मतदाता सूची जारी
Monday, April 05, 2010
श्वेताम्बर दास मलेशिया आ जर्मनी निमंत्रित
स्टार वन पर "रंग बदलती ओढनी"

एहि धारावाहिक केर कैच लाइन छैकःसपने टूटे,पूरे होने के बाद आ इहो स्वयं कथा देया बहुत किछु कहैत छैक। सूरज कें भूमिका मे छथि हरप्रीत सिंह आ शांतनु के रोल मे करण टाकर। खनक के रोल यशश्री मासुरकर कएने छथि जे हिनकर हिंदी मे पहिल धारावाहिक छन्हि।
धारावाहिक कें प्रसारण प्रति सप्ताह सोम सं शुक्र तक राति 10 बजे सं हएत।
ब्लॉग,महिला और बिहार
बिहार मे बिजली एकटा पैघ समस्या अछि। ब्लॉगिंग के लेल समय बड्ड देबए पड़ैत छैक आ ताहि लेल निरन्तर बिजली आवश्यक छैक। तइयो बिहारक महिला सभ वैचारिक मंच पर सक्रिय छथि। आजुक हिंदुस्तान,पटना संस्करण मे, बिहार मे स्त्रीलोकनि द्वारा संचालित ब्लॉगक परिचय कराओल गेल छैक। एहि सूची सं इतर,आओरो कतेको महिला सक्रिय हेतीह,से अनुमान करैत छी। एतेक संकेत तं भेटते छैक जे समय बदलि रहल छैक । एक नज़रिः

स्टार वन पर "गीत"

Thursday, April 01, 2010
मैथिली साहित्य मे हास्य-व्यंग्य
चंदा झा
1.ब्राह्मणक भोजनप्रियता पर-चूड़ादही बाभन सोंटथि गटगट रे।
नित नओत वैसि जाथि निरहट रे।।
धनहा आंसूक चूड़ा खाथि मुंहफट रे।
रातिभरि निन्द कहां पेट भट भट रे।।
2. क्रुद्ध परशुराम द्वारा शिवधनुष भंजक कें मृत्युदंड देबाक बात कहला पर लक्ष्मणक उक्ति-लक्ष्मण कहलनि कह अजगूत।
क्षत्रिय क्षत कत अपने बूत।।
शिवधनु टूटल देत के जोड़ि।
की होअ आब कपारे फोड़ि।।
लाल दास
1. धनुषभँग करबा मे रावणकें असफल भेलाक बादक चित्रणःखसल मुकुट टूटल वरहार।
धोती खुजल न रहल संभार।।
पड़ल सभा मे हाहाकार।
भेल ठहक्का हँसी अभार।।
2. विवाहोपरांत सारि-सरिहोजक वचन-अहँक वंश केर अद्भुत कर्म।
सुनल पुरुषकें प्रसवक धर्म।।
पुनि सुनलहुं पायस कें खाय।
लै अछि नारि पुत्र जनमाय।।
एहि पर रामक प्रत्युत्तर-
हम सुनलहुं तिरहुतिक रीत।
महि मे उपजय सन्तति सीत।।
मथल जाय जँ मृतक शरीर।
तेहि सँ उपजय बालक वीर।।
हरिमोहन झा
ब्राह्मणभोजन केर मान्यता पर-कलियुगमे यदि सकल पापसौं क्यौ चाहथि उद्धार।
ब्राह्मण भोजन नित्य कराबथि चूड़ा-दही-अचार।।
मैथिल संस्कृति बिसरिकए पाश्चात्य सभ्यताक टी-पार्टी संस्कृति अपनएला पर-
एकटा सिंहारा एक फक्का दालमोट।
एक रसगुल्ला और बुनिया एक चौठीमात्र।।
तोलाभरि सेवई और समतोला दुह फांक।
एक चुटकी किशमिश तथा सोहल एक केरा टा।।
मायानन्द मिश्र
गे नोचनी तोहर गुण कतेक हम गाउ
जखन तोरा हम कुरियाबै छी
स्वर्गक सुख हम पाबै छी।
कीर्तिनारायण मिश्र
सभ किछु नीक लगइए।यथास्थिति मे सभ सुख भेटइए।।
रोटी भ गेल राजनीति केर ग्रास।
पेट अध्यादेश सं भरइए।।
रवीन्द्रनाथ ठाकुर
शांति–शांति हरिओम शान्ति सँ
नवनिर्माण शुरु रे भैया।
गुरु छल से चेला बनला
चेला बनि गेल गुरु रे भैया ।।
हंस चढल श्री लक्ष्मी मैया
उल्लू चढल सरस्वती मैया।।
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