आइ राति सं वोल्वो बस सं पटना-पूर्णिया यात्रा साढे तीन सौ टका मे क सकब। मुफ्त मे पानिक बोतल सेहो भेटत।
(हिंदुस्तान,पटना,31.3.2010)
Wednesday, March 31, 2010
Tuesday, March 30, 2010
भास्कर डॉट कॉम पर बिहार-झारखंडक खबरि
बिहार, झारखंड आ उत्तरप्रदेश संबंधी खबरि आब दैनिक भास्कर डॉट कॉम पर सेहो पढि सकैत छी। लिंक अछिः www.bhaskar.com. अखबार के कहब छैक जे ई तीनू राज्य कोनो ने कोनो रूप मे पूरा देश के प्रभावित करैत छैक आ तें अखबार ई पहल कएने अछि। एहि पहल के बाद,भास्कर एहन पहिल अखबार भ गेल अछि जे देशक 500 सं बेसी शहर सं लाइव खबरि दैत अछि।
लोकप्रिय भ रहल अछि बिहार उत्सव

मंडप में प्रवेश करिते पीपरक गाछ तर महात्मा बुद्धक, सुजाता के हाथ सं खीर ग्रहण कए ज्ञान दैत तस्वीर छन्हि। भीतर घुसब तं बिहार के इतिहासक विशेष जानकारी भेटत। मंडप मे कतेको बरखक जानकारी चित्रक माध्यम सं देल गेल अछि। स्वतंत्रता आंदोलन में बिहारक भूमिका देखब। १९१७ के चंपारण सत्याग्रह के चित्र सेहो। अंग्रेज नील केर खेती में जखन मोसकिल पैदा कएलक तं राजकुमार शुक्ल गांधीजी कें एहि ठाम बजओने छलाह। ८० बरखक आयु में बाबू वीर कुंवर सिंह अंग्रेजों के खिलाफ तलवार उठओने छलाह। बाबू कुंवर सिहं कें बांहि पर जखन अंग्रेजक गोली लगलनि तं कुंवर सिंह जी अपनहि तलवार सं अपन हाथ काटिकए गंगा में बहा देने छलाह। १८३१-३२ के कोल विद्रोह आर १८५५-५६ के संथाल विद्रोह कें वर्णन करैत चित्र सेहो भेटत। सिखक दसम गुरु गोविंद सिहं जी के १६६६ में पटना साहिब में जन्म कें वर्णन देल गेल अछि। आ मध्यकालीन भारत छोड़ों आंदोलन कें मार्मिक दश्य तं अछिए।
उत्सव में पछिला चारि बरख मे बिहार मे भेल विकास कें देखाओल गेल अछि।
मैथिली-भोजपुरी अकादमी पत्रिका परिछन केर विमोचन
दिल्ली केर मैथिली-भोजपुरी अकादमीक बहुप्रतीक्षित पत्रिका केर काल्हि विमोचन कएल गेल। पत्रिका त्रैमासिक रहत आ एकर नाम परिछन राखल गेल छैक। अकादमी सूत्र सं भेटल जानकारी अनुसार,पत्रिका एखन आम आदमी लेल उपलब्ध नहि छैक मुदा किछुए दिन मे भ जेतैक। तखन हम पत्रिकाक झलक आ आन विवरण ल कए फेर उपस्थित हएब। ताधरि पढू एहि संदर्भ मे आजुक नई दुनिया मे प्रकाशित रिपोर्टः
Monday, March 29, 2010
इंटरनेट एक्सप्लोरर सुस्त। मोजिला,क्रोम आ सफारी चुस्त
ई एक सामान्य अनुभव अछि जे जतेक एक्सप्लोरर बजार मे उपलब्ध छैक ताहि मे सभसं स्लो इंटरनेट एक्सप्लोरर अछि। इएह कारण छैक जे पछिला किछु बरख मे मोजिला फायरफॉक्स,सफारी,गूगलक्रोम आदि केर मांग बढल अछि आ एहि सभ मे किछु नव फीचर सेहो जुड़ल छैक। एक कंपनीक एक सर्वेक्षण एहि बातक पुष्टि क रहल अछि कि इंटरनेट एक्सप्लोरर के हाथ सं भारतीय ग्राहक निकलल जा रहल छैकः
(हिंदुस्तान,पटना,28.3.2010)
(हिंदुस्तान,पटना,28.3.2010)
"कहू त"(11) केर परिणाम
"कहू त" श्रृंखला केर एगारहम प्रश्न छलः
"ग़ज़लकार आशीष अनचिन्हार जी केर पंक्ति छन्हिः"पूरब आ पश्चिम सं अएलै एहन फसादी रे जान,रे जान लगलै बड़का पसाही रे जान।" "पसाही" केर अर्थ की होइत छैक?
1. भूख
2. आगिक पसरब
3. दंगा-फसाद
4. संकट
प्राप्त उत्तर मे, भूख आ दंगा-फसाद विकल्प के 25-25 प्रतिशत वोट भेटल छल। 50 प्रतिशत मत आगिक पसरब केर पक्ष मे छल आ इएह सही उत्तर थिक। पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। वोट करू।
"ग़ज़लकार आशीष अनचिन्हार जी केर पंक्ति छन्हिः"पूरब आ पश्चिम सं अएलै एहन फसादी रे जान,रे जान लगलै बड़का पसाही रे जान।" "पसाही" केर अर्थ की होइत छैक?
1. भूख
2. आगिक पसरब
3. दंगा-फसाद
4. संकट
प्राप्त उत्तर मे, भूख आ दंगा-फसाद विकल्प के 25-25 प्रतिशत वोट भेटल छल। 50 प्रतिशत मत आगिक पसरब केर पक्ष मे छल आ इएह सही उत्तर थिक। पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। वोट करू।
दिल्ली मे शारदा सिन्हा
दिल्ली केर "बिहार उत्सव" मे लोकगायिका शारदा सिन्हा 26 मार्च कए अपन गीत सं श्रोतालोकनि कें मंत्रमुग्ध क देलनि। एतबे नहि एहि समारोह मे बिहार के सांस्कृतिक गौरव के झलक सेहो देखाएल जा रहल अछि। प्रगति मैदान में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमक आयोजन केर क्रम मे एक सांझ भोजपुरी गीतक कार्यक्रम आयोजित कएल गेल जाहि मे गायक सुदर्शन तिवारी "शाहबादी" के गीत प्रस्तुत कएल गेल।
देशभक्ति गीत "चुंदरिया रंगवा दे, भईया रंगरेजवा" कें वीरेंद्र ओझा "विमल" प्रस्तुत कएलनि। अनिता सिंहदेवी दुर्गा वंदना प्रस्तुत कएलनि। खास बात ई रहल जे एहि गीत पर देवी दुर्गा कें अष्टभुजी, सिंहवाहिनी, महिषासुरमर्दिनी आदि रूप कें नृत्यांगना उमा भारती अपन भाव-भंगिमा आर हस्तमुद्रा सं व्यक्त कएलनि।
अनीता सिंहबिहारक पारंपरिक झूमर आर सोहर सुनओलनि जाहि पर उमा भारती नृत्य प्रस्तुत कएलनि। हुनकर झूमर गीत-"कहां पईबो सुहा साड़ी", "बहे पुरवा रामा", "हमरे बलमू हमरे के खेलवने" कें खूब पसिन्न कएल गेल। उमा जी केर नृत्य पर एक गोट आओर झूमर-"कौन देसे गइलों बलमवा"रिंकी जी गओलनि। शिशु जन्म पर गाओल जाइत मंगल गीत सोहर कें प्रस्तुति सेहो छल जाहि मे "कहवां से आवेली पीयर पियरी" कें अनीता आर वीरेंद्र ओझा जी गओलनि। पहिने पमरिया सभ एहि तरहक कार्य करैत छल। युगल गीत-"रंगीली साड़ी कीनबा की ना हो" केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छल। एहि प्रस्तुति मे ढोलक पर दीपक, हारमोनियम पर अशोक आर बैंजो पर छोटू राजहंसछलाह । एहि उत्सव में कथक नृत्यांगना नीलम चौधरी केर नृत्य-रचना गंगावतरण केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छलन्हि। एहिमे गंगा के अवतरण आर प्रदूषण कें प्रदर्शित कएल गेल।
बिहार सरकारक उद्योग विभाग आर कला संस्कृति व युवा विभाग प्रगति मैंदान के हंसध्वनि थियेटर में संयुक्त रूप सें एहि समारोहक आयोजन कएने छल जाहि देया पाठक लोकनि कें एहि ब्लॉग पर पूर्व-सूचना देल गेल छल। हिंदुस्तान,पटना मे प्रकाशित रिपोर्ट सेहो देखूः
देशभक्ति गीत "चुंदरिया रंगवा दे, भईया रंगरेजवा" कें वीरेंद्र ओझा "विमल" प्रस्तुत कएलनि। अनिता सिंहदेवी दुर्गा वंदना प्रस्तुत कएलनि। खास बात ई रहल जे एहि गीत पर देवी दुर्गा कें अष्टभुजी, सिंहवाहिनी, महिषासुरमर्दिनी आदि रूप कें नृत्यांगना उमा भारती अपन भाव-भंगिमा आर हस्तमुद्रा सं व्यक्त कएलनि।
अनीता सिंहबिहारक पारंपरिक झूमर आर सोहर सुनओलनि जाहि पर उमा भारती नृत्य प्रस्तुत कएलनि। हुनकर झूमर गीत-"कहां पईबो सुहा साड़ी", "बहे पुरवा रामा", "हमरे बलमू हमरे के खेलवने" कें खूब पसिन्न कएल गेल। उमा जी केर नृत्य पर एक गोट आओर झूमर-"कौन देसे गइलों बलमवा"रिंकी जी गओलनि। शिशु जन्म पर गाओल जाइत मंगल गीत सोहर कें प्रस्तुति सेहो छल जाहि मे "कहवां से आवेली पीयर पियरी" कें अनीता आर वीरेंद्र ओझा जी गओलनि। पहिने पमरिया सभ एहि तरहक कार्य करैत छल। युगल गीत-"रंगीली साड़ी कीनबा की ना हो" केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छल। एहि प्रस्तुति मे ढोलक पर दीपक, हारमोनियम पर अशोक आर बैंजो पर छोटू राजहंसछलाह । एहि उत्सव में कथक नृत्यांगना नीलम चौधरी केर नृत्य-रचना गंगावतरण केर प्रस्तुति सेहो आकर्षक छलन्हि। एहिमे गंगा के अवतरण आर प्रदूषण कें प्रदर्शित कएल गेल।
बिहार सरकारक उद्योग विभाग आर कला संस्कृति व युवा विभाग प्रगति मैंदान के हंसध्वनि थियेटर में संयुक्त रूप सें एहि समारोहक आयोजन कएने छल जाहि देया पाठक लोकनि कें एहि ब्लॉग पर पूर्व-सूचना देल गेल छल। हिंदुस्तान,पटना मे प्रकाशित रिपोर्ट सेहो देखूः
Saturday, March 27, 2010
भोजपुरी गायिका-अभिनेत्री प्रतिभा सिंह कें भिखारी ठाकुर सम्मान

प्रतिभा सिंह पछिला एक दशक सं भोजपुरी गायिकी में अपन विशिष्ट स्थान बनओने छथि। हुनकर एक दर्जन सं बेसी कैसेट आ सीडी एचएमवी-सारेगामा, प्राइम, न्यू विक्टोरिया अउर स्काइ सन-सन प्रतिष्ठित म्यूजिक कंपनी सं रिलीज भ चुकल अछि। हुनकर 'पनवा खिला दे सैंया', 'पिया नम्बर वन' आ 'छैला रंगदार चाहीं' एलबम धूम मचा देने छल। एम्हर हाल सं प्रतिभा जी एक्टिंग सेहो शुरू कएने छथि। भोजपुरी दर्शक हुनका 'भाई होखे त भरत नियन' फिल्म में हुनका देखने हेताह आ आगू 'आई हो दादा', 'बहिना तोहरे खातिर' आ 'माटी मांगे खून' में फेर देख सकताह। एहि सभ मे हुनकर एक्टिंग के साथ गीत के मज़ा सेहो भेटत।
प्रतिभाजी बलिया जिला के रोहुआं-तिवारी गामक छथि। बाकायदा शास्त्रीय संगीत में शिक्षित। प्रयाग संगीत समिति,इलाहाबाद सं शास्त्रीय संगीत गायन में संगीत प्रभाकर (छह वर्षीय पाठ्यक्रम) कएने छथि। शास्त्रीय संगीत कें विधिवत तालीम हुनका विख्यात तबलावादक पं.ज्ञान प्रकाश घोष के शिष्य पं.स्व.सुधीर चौधरी सं प्राप्त भेलन्हि। देश भर में सैकड़ों स्टेज शो क चुकल छथि आ हुनका एहि सं पूर्व, आकांक्षा संस्कृति सम्मान सेहो भेट चुकल छन्हि। हुनकर कार्यक्रम आ इंटरव्यू ईटीवी, महुआ, ताजा़ टीवी, अहिंसा, दूरदर्शन आदि पर प्रसारित होइते रहैत छैक। एम्हर,पश्चिम बंगाल सरकार पहिल बेर प्रचार लेल जखन भोजपुरी के सहारा लेबाक मोन बनओलक तं प्रतिभे जी कें याद कएल गेलन्हि। यूनिसेफ के साझा तत्वावधान में पोलियो के प्रति जागरुकता अभियानक वास्ते प्रतिभा जी के गाओल गीत कें कैसेट बनाएल गेल अछि जे पश्चिम बंगाल कें हिन्दी भाषी क्षेत्र मे पोलियो बूथ पर बजाओल जाइत छैक। प्रतिभा जी स्थायी रूप सं कोलकाता में रहै छथि ।
Friday, March 26, 2010
Thursday, March 25, 2010
बिहारःह्वाट इज योर जाति?
दुइए दिन पहिने खबरि आयल छल जे नीतीश आह्वान कएलनि कि जाति-पाति छोड़ू तखने बिहारक वास्तविक विकास हएत। मुदा आई सभ अखबार में खबरि छपल अछि जे बिहार सरकार विद्यार्थी सभ सं जाति लिखबाक लेल कहि रहल अछि। बिहार शिक्षा परियोजना केर एहि विवादास्पद निर्देश सं राज्य में बवाल मचि गेल अछि। दरअलस,एहि बेर प्राथमिक आर माध्यमिक स्कूल केर वार्षिक परीक्षा मे उत्तर पुस्तिका में अपन जाति लिखब अनिवार्य क देल गेल अछि। जाति नहि लिखब तं रिजल्ट रुकि सकैत अछि।
सूत्रों के अनुसार प्राथमिक आर माध्यमिक स्कूल में २५ मार्च सं शुरू भ रहल वार्षिक परीक्षा उक्त दिशा-निर्देशक तहत लेल जाएत। एहि संबंध में सभ स्कूल कें निर्देश जारी कएल जा चुकल अछि। तर्क ई देल जा रहल छैक जे ई काज विद्यार्थी सभहक कोटिवार प्रतिशत आ पास भेनिहार छात्रक प्रतिशत जानए लेल कएल गेल छैक। विभाग कें कोटिवार उत्तीर्ण छात्रक प्रतिशत भेजए लेल कहल गेल छैक। एहन नहि भेला पर रिजल्ट रोकि देल जाएत। अगर जाति वला खाना खाली रहत तं संकुल प्रभारी आर शिक्षक संबंधित छात्रक कोटि कें पता लगाकए ओकरा उत्तर-पुस्तिका में अंकित करताह।
सूत्रों के अनुसार प्राथमिक आर माध्यमिक स्कूल में २५ मार्च सं शुरू भ रहल वार्षिक परीक्षा उक्त दिशा-निर्देशक तहत लेल जाएत। एहि संबंध में सभ स्कूल कें निर्देश जारी कएल जा चुकल अछि। तर्क ई देल जा रहल छैक जे ई काज विद्यार्थी सभहक कोटिवार प्रतिशत आ पास भेनिहार छात्रक प्रतिशत जानए लेल कएल गेल छैक। विभाग कें कोटिवार उत्तीर्ण छात्रक प्रतिशत भेजए लेल कहल गेल छैक। एहन नहि भेला पर रिजल्ट रोकि देल जाएत। अगर जाति वला खाना खाली रहत तं संकुल प्रभारी आर शिक्षक संबंधित छात्रक कोटि कें पता लगाकए ओकरा उत्तर-पुस्तिका में अंकित करताह।
Tuesday, March 23, 2010
ओबामा-नीतीश मुलाकात
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सं भेंट करबाक इच्छा व्यक्त कएलनि अछि। ध्यान रहए जे ओबामा अप्रैल में भारत अओताह। एहि क्रम मे हुनकर सम्मान में दिल्ली में प्रस्तावित भोज मे नीतीशजी कें शामिल हेबाक संभावना अछि।
नेपाल हिंदू राष्ट्र घोषित हुअएःराजनाथ सिंह

राज्यपाल कें पाग
राज्यपाल देबानंद कुंवर कें कहब छन्हि जे जाहि राज्य मे मैथिली, भोजपुरी आ मगही भाषाक त्रिवेणी बहि रहल हुअए,ओकरा चमकए सं केओ नहि रोकि सकैत अछि। काल्हि ललित नारायण मिथिला विश्र्वविद्यालय मे आयोजित तीन दिवसीय बिहार अंतर-विश्र्वविद्यालय सांस्कृतिक प्रतियोगिता तरंग केर उद्घाटन कएलाक बाद शिक्षक, छात्र आ बुद्धिजीवी सभ कें संबोधित करैत ओ कहलनि जे मानव संसाधन केर बेहतर उपयोग भेलहि सं देशक बेहतरी संभव अछि। नागेंद्र झा स्टेडियम में आयोजित एहि कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर पर प्रस्तुत बिहू आ ओडिसी नृत्यक संग पारंपरिक शिव विवाहक चर्चा करैत कुंवर जी कहलनि जे सांस्कृतिक दृष्टिएं देशक राज्य बंधनमुक्त भ गेल अछि। सांसद कीर्ति आजाद कहलनि जे ओ विश्वविद्यालय सभहक हरसंभव मदद करबा लेल तैयार छथि। कार्यक्रमक अध्यक्षता ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय केर कुलपति डा. पद्माशा झा कएलनि। एहि अवसर पर राज्यपाल कें पाग आ अंगवस्त्र सं अभिनंदन कएल गेलन्हि।
Monday, March 22, 2010
"कहू त"(10) केर परिणाम
"कहू त" श्रृंखला केर दसम प्रश्न छलः
"प्रपंची व्यक्तिक अंतरी कतेक हाथक बताओल जाइत छैक?"
विकल्प छलः
1. सत्तरि
2.एकहत्तरि
3.बहत्तरि
4. तिहत्तरि
सभ वोट कएनिहारलोकनि बहत्तरि विकल्प कें चुनलनि जे सही उत्तर थिक। बधाई।
पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। स्वयं वोट करू आ आनों कें प्रेरित करू।
"प्रपंची व्यक्तिक अंतरी कतेक हाथक बताओल जाइत छैक?"
विकल्प छलः
1. सत्तरि
2.एकहत्तरि
3.बहत्तरि
4. तिहत्तरि
सभ वोट कएनिहारलोकनि बहत्तरि विकल्प कें चुनलनि जे सही उत्तर थिक। बधाई।
पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। स्वयं वोट करू आ आनों कें प्रेरित करू।
दिल्ली मे बिहार उत्सव मे मिथिला पेंटिंग,टिकुली आर्ट आ शारदा सिन्हा कें गीत-नाद

Sunday, March 21, 2010
विश्व कविता दिवस पर मैथिली
पति-पत्नी कथाःराजकमल चौधरी
स्त्री अपन सखा-संतान,भानस-बासन
सुख सेहन्ता,पीठक
हरियर-पीयर दर्द,आ उधार लहनाक
कथा
कहैत अछि,
कहैत रहि जाइत अछि भोर सं सांझ धरि
बाड़ीक कोनटा सं
आंगनक मांझ धरि
कहैत रहि जाइत अछि सांझ धरि
पुरुष ओहि स्त्री,आ ओहि स्त्रीक सखा-सन्तान
भानस-बासन,सुख-सेहन्ता,पीठक
कथा
सुनैत अछि
सुनैत रहि जाइत अछि सांझ सं भोर धरि
ठोर सं मन्द मन्द मुस्की सं
आंखिक नोर धरि
सुनैत रहि जाइत अछि भोर धरि
-----------------------------------------------------------------------------------अनभुआरःमार्कण्डेय प्रवासी
परिचय जतबे गाढ़ भेल अछि
ओतबे अपरिचित लगैछ
अपने मोनक अन्धकार!
नहि जानि-
हम बदलल छी
वा बदलि गेल अछि हमर चिन्तनक आधार
आन की अछि
से जानब तं कठिन अछि
काल-दर्पण मे अपने प्रतिबिम्ब आब
लगैत अछि अनभुआर।
-------------------------------------------------------------------------------वृद्ध-चिंतनःसोमदेव
भाग्यक रेखा हाथ मे,मुक्तिक रेखा मांथ।
पोथी पतरा वणिक लै,बड़दक लै जनु नांथ।।
बेटी कें बेटा बुझू,इंजीनियर बनाउ।
संस्कृतनिष्ठ बर चूनिकै,अपने घर ल आउ।।
बेटाबाला बाप लै वृद्धाश्रम वरदान।
पूत देश परदेश मे,अस्पताल मे प्राण।।
सेवक पाइक दास थिक,हीरोईन बरू दाइ।
आन्हर घरनी सं सुखी,भनसाघरक बिलाई।।
डाक्टर व्यापारी बनल,खाली जांच दवाई।
नब्बे प्रतिशत नफा टा,दस प्रतिशत बैदाई।।
बेटा कें एतबे फिकिर,बाप-माय मरि जाय।
घर-सम्पत्ति बेचि कै,दिल्ली मे बसि जाय।।
पत्नी,पेंशन आर प्रभु,तीने टा शिवनेत्र।
बांकी सभ मेला बुझू,घर मे हरिहर क्षेत्र।।
दरद देह मे,नेह मे,तन जनु डहइत गेह।
आंखि कान आ दांत सभ,टूटल बाटक रेह।।
जाप करू,पूजा करू,सभठां डरबै मौत।
मुक्ति न सूझै इष्ट प्रभु,भूत भविष्यक खौंत।।
विद्यापति केर देश मे,गंगा मुक्तिक घाट।
धरा मैथिली,शिवहि गुरू,पाहुन रामक बाट।।
(आखिरी कविता मिथिलांगन केर अक्टूबर,2009-मार्च,2010 अंक सं साभार)
स्टार प्लस पर आइ सं सुपरस्टार का जलवा
स्टार प्लस चैनल पर आइ सं "स्टार सिंटा सुपरस्टार का जलवा" नामक कार्यक्रम शुरु भ रहल अछि। ई कार्यक्रम प्रत्येक रविकए राति ९ बजे देख सकब । सिनेमा आ टीवी आर्सिस्ट एसोसिएशन (सिंटा)के स्वर्णजयंती पर बनल एहि कार्यक्रम द्वारा अनुदानस्वरुप सिंटा के सदस्य सभ कें चिकित्सा सेवा, रिहर्सल हॉल्स, प्रिव्यू थियेटर्स इत्यादि लोक-कल्याणकारी सुविधा उपलब्ध करा कए ओकर सभहक व्यक्तिगत आर पेशेवर जीवन कें बेहतर बनाएबाक प्रयास कएल जएतैक। ई शो छह सप्ताह तक चलत आ एहि मे भारतीय सिनेमा कें स्वर्णिम वर्षक झलक फ्लैशबैक में पेश कएल जाएत। कार्यक्रम मे वयोवृद्ध व्यक्तित्व सं ल कए नव खाढी धरिक कलाकारक अभूतपूर्व उपस्थिति देखबाक अवसर भेटत। बच्चन,खान आ कपूर बंधु तं रहबे करताह,आमिर खान सेहो अओताह जे पछिला दस बरख मे टीवी पर हुनक पहिल उपस्थिति हएत। कुल मिलाकए, ई शो हिंदी सिनेमा के बीचक संबंध कें आओर प्रगाढ करत । शो शुरू होमए सं पूर्व,एक समारोह में सलमान खान, सोहैल खान आर मिथुन चक्रवर्ती उपस्थित भेल छलाह । ओहि अवसर पर सलमान खान कहलनि जे ई कार्यक्रम एक नेक काज कें प्रोत्साहित करबाक लेल छैक आ तें प्रशंसनीय अछि। एहि शो में अक्षय कुमार के सेहो शामिल हेबाक संभावना अछि। ठीक एही तरहक एकटा शो "लिफ्ट करा दे" फिलहाल सोनी चैनल पर चलि रहल अछि जे खूब लोकप्रिय भेल अछि।
Saturday, March 20, 2010
31 मार्च सं नव गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस

एहि ट्रेनक स्टॉपेज मुरादाबाद, बरेली, लखनऊ, वाराणसी, बलिया, छपरा, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, कटिहार, किशनगंज, न्यू जलपाईगुड़ी, न्यूकूचबिहार, नईअलीपुरद्वार, कोकराझार आर नई बोंगईगांव स्टेशन पर निश्चित कएल गेल छैक।
Friday, March 19, 2010
Thursday, March 18, 2010
फेसबुक बनाम गूगल

सोशल नेटवर्किग साइट फेसबुक आब अमरीका मे सभसं बेसी देखल जा रहल वेबसाइट बनि गेल अछि। एहि सं पहिने,गूगल कें सभ सं बेसी देखल जाइत रहैक। वेबट्रैकर हिटवाइज कें अनुसार, 13 मार्च केर स्थितिक अनुसार, फेसबुक अमेरिका में सभसं बेसी देखल गेल साईट बनि गेल। पछिला बरखक तुलना मे फेसबुक पर हिट मे185 फीसदी कें वृद्धि दर्ज कएल गेल छैक जबकि एही दौरान गूगल में सिर्फ 9 फीसदी केर वृद्धि भेल।पछिला किछु महीना सं गूगल कें फेसबुक आर ट्विटर सं लगातार चुनौती भेट रहल छैक।

डॉ. रतन टाटा
टाटा समूह कें चेयरमैन रतन टाटा लंदन केर प्रतिष्ठित कैंब्रिज विश्वविद्यालय कें डॉक्टर ऑफ लॉ मानक डिग्री लेल नामांकित कएल गेल छन्हि। ७२ वर्षीय रतन टाटा सहित आठ गोटे कें रिजेंट हाउस के लेल नामांकित कएल गेल छन्हि। रिजेंट हाउस विश्वविद्यालय केर प्रबंधन समिति कें कहल जाइत छैक। रिजेंट हाउस मे विश्वविद्यालय, कॉलेज आर विभागक सभसं बेसी शैक्षणिक आर तद्संबंधी सदस्यगण काज करैत छथि। एहि मे ३००० सं बेसी सदस्य छथि।
भोजपुरी
भाषा कें जं संस्कृति केर एना मानल जाए तं निश्चित रूप सं भोजपुरी बिहारक एक पैघ भूभागक पहिचान अछि। ई बिहार आ उत्तरप्रदेश के भोजपुरी बेल्ट सं निकलि सुदूर मारीशस, ट्रिनीडाड आ टौबैगो आदि देशक संस्कृति में पैसल अछि। बिहार के साथ ई भाषा सेहो अपन विकासक मंजिल तय क रहल अछि। मान्यता छैक जे राजा भोज के वंशजलोकनि बिहार कें मल्ल जनपद में अपन राज्य स्थापित कएने छलाह जकर राजधानी भोजपुर छल। भोजपुरी मूलत: ओही क्षेत्रक भाषा अछि। एकर अंतर्गत पूर्वी उत्तरप्रदेश आ बिहारक शाहाबाद, छपरा, सिवान, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिमी चम्पारण, मुजफ्फरपुर (किछु भाग) आ रांची (किछु भाग) मानल जाइछ। हिन्दी सं जुड़ल आंचलिक भाषा में ई सभसं पैघ भाषा अछि,जकर बजनिहारक संख्या करीब चारि करोड़ छैक। सतरहम सदी में धरती दास आ दरिया दास एकर विकास कएलनि। भोजपुरी कवि में कबीरदास, चरणदास, धरमदास, धरणीधर दास, शिवनारायण आ लक्ष्मी सखी आदि उल्लेखनीय छथि। आधुनिक युग मे, बाबू रघुवीर नाथ, महेन्द्र मिश्रा आ भिखारी ठाकुर एकरा नव पहिचान देलनि। मनोरंजन जी फिरंगिया आर बाबू रघुवीर नारायण बटोहिया लिखिकए एहि भाषा कें लोकप्रियता प्रदान कएलनि। रासबिहारी खाकी भोजपुरी में सैकड़ों पद लिखने छलाह। रामाधार प्रसाद अंशुमाली मुक्तक सतसई आ लोक लहरी, डा. रघुनाथ शरण खंड काव्य , मैनावती देवी गीत संग्रह गांव के गीत, मणिराज मधुकर प्रबंध काव्य सच्चाई के पहरुआ आ भोलानाथ भावुक कविता संग्रह अंजुरी भर अंजोरिया लिखिकए भोजपुरी कें सम़ृद्ध कएलनि। भोलानाथ भावुक कालिदास कें मेघदूत केर भोजपुरी अनुवाद प्रस्तुत कएने छलाह। रामेश्वर सिंह कश्यप, पंडित कपिलदेव नारायण, प्रो. उमाकांत वर्मा, गणेश दत्त तिवारी, डा. रंजीत पाठक, श्री जगन्नाथ, धीरेंद्र कुमार सिन्हा, अक्षयवर दीक्षित, भगवान सिंह भास्कर, सुभाष चंद्र यादव आर मधुकर सिंह आदि के योगदान सेहो अविस्मरणीय अछि। हिनके सभहक योगदानक बूतें आंचलिक बोली रहल भोजपुरी आब एक भाषा कें रूप में मान्यता प्राप्त क चुकल अछि। राज्य सरकार सेहो एकर विकास में योगदान देलक। भिखारी ठाकुर केर स्मृति में उत्कृष्ट भोजपुरी लेखन लेल बिहार सरकारक राजभाषा विभाग पुरस्कार दैत अछि। राज्य सरकार भोजपुरी अकादमी सेहो स्थापित कएने अछि। भाषा कें विकासक संग भोजपुरी फिल्मक निर्माण सेहो बढ़ल छैक। भोजपुरी फिल्म गंगा मईया तोहे पियरी चढ़इबो कोनहु आंचलिक भाषा केर पहिल फिल्म छल। एहि फिल्मक गीतकार शैलेन्द्र आ संगीतकार बिहारक चित्रगुप्त छलाह। दुनिया भरि मे भोजपुरिए एहन आंचलिक भाषा अछि जाहिमे एतेक सिनेमा बनल छैक। बिदेसिया, धरती मइया, गंगा किनारे मोरा गांव, पिया रखिह सेनुरवा के लाज, हमार दुल्हा आ दलाल आदि किछु फिल्मक उदाहरण मात्र अछि। भोजपुरी फिल्म सभ मराठी भाषा-भाषी मुंबई तक में सराहल जाइत अछि। एकर प्रमाण ई छैक जे ओहि ठामक मिनर्वा सिनेमाघर मे गंगा किनारे मोरा गांव एक महीना तक हाउसफुल गेल। अमिताभ बच्चन भोजपुरी सं प्रभावित भ कए पान खाए सईयां हमार में अभिनय कए, एहिसं जुड़बाक लेल पैघ स्टारक सभहक झिझक कें तोड़ि देलनि। भोजपुरी फिल्म में हेमामालिनी, जैकी श्राफ, रजा मुराद, प्रकाश झा आदि सेहो अपन योगदान देने छथि। भोजपुरी के बढ़ैत प्रभावक कारणें आब एहि तरफ मारिते वालीवुड हस्ती सभ एम्हर रूख क रहल छथि। भोजपुरी दिस मीडिया केर झुकाव सेहो भेल छैक। कतेको भोजपुरी समाचार आ मनोरंजन चैनल दर्शक कें अपना दिस खींचि रहल छथि।
(अमित आलोक,दैनिक जागरण,मुजफ्फरपुर संस्करण,18.3.2010)
Wednesday, March 17, 2010
राष्ट्रमंडल फ्लैट मे मिथिला पेंटिंग

शेक्सपियर के नाटक 280 बरख बाद
शेक्सपियर कें लिखल द डबल फाल्सहुड नाटक आब जा कए प्रकाशित भ रहल अछि। एहि बात पर विवाद रहैक कि ई नाटक शेक्सपियर कें छैक कि नहि। एहि नाटकक प्रथम मंचन 13 दिसम्बर,1727 कए,लेविस थियोबाल्ड द्वारा लंदन केर ड्रूरी लेन थिएटर मे कएल गेल छल। श्री थियोबाल्ड शेक्सपियर साहित्यक आधिकारिक विद्वान मानल जाइत छथि आ हुनकर कहब रहनि जे ई नाटक बार्ड कें लिखल छैक ने कि शेक्सपियर कें। मुदा एलेक्जेंडर पोप समेत प्रायः सभ विद्वान थियोबाल्डक मत कें विरोध कएलनि मुदा आब ओहि सिद्धांत कें स्वीकार क लेल गेल अछि। ई एक ज्ञात तथ्य अछि जे शेक्सपियरअपन जीवन केर पूर्वार्ध मे,हेनरी-अष्टम आ द टू नोबल किन्समैन नामक दू गोट आओर नाटक फ्लेचर कें साथ मिलिकए लिखने छलाह। शेक्सपियर एकर पूर्वार्ध आ फ्लेचर उत्तरार्धक रचना कएने छलाह। शैली विश्लेषण सं सेहो लेखनगत भिन्नता प्रगट होइत छैक।
Tuesday, March 16, 2010
फेसबुक हैदराबाद मे
सोशल नेटवर्किंग साइट-फेसबुक एशिया केर अपन पहिल कार्यालय हैदराबाद मे खोलए जा रहल अछि। फेसबुक ई निर्णय भारत मे फेसबुक केर प्रयोक्ता,विज्ञापनदाता आ डेवलपरलोकनिक बढैत संख्या कें देखैत लेने अछि। गौरतलब अछि जे एखन दुनिया भरि मे फेसबुक कें सक्रिय प्रयोक्ताक संख्या 40 करोड़ छैक जाहि मे सं 80 लाख प्रयोक्ता भारतक छथि। फेसबुक काल्हि कहलक जे हैदराबाद केंद्र मे,विज्ञापन आ डेवलपर सहायता टीम ऑनलाइन रहत जे फेसबुक प्रयोक्ता कें एक सं बेसी भाषा मे चौबीसो घंटा सहायता लेल उपलब्ध रहत। ध्यान रहए जे गूगल,डेल,ओरेकल,माइक्रोसॉफ्ट,आइबीएम आ आन कंप्यूटर कंपनी सभ पहिने सं हैदराबाद कें केंद्र बनेने अछि। हैदराबाद केंद्रक लेल फेसबुक भर्ती सेहो शुरू क देने अछि।
नवरात्र मे शक्ति उपासना

मान्यता छैक जे तकर बाद, सतीजी सोझे दक्ष प्रजापति कें यज्ञ मंडप मे पहुंचलीह। ओहि ठाम शिव केर घोर उपेक्षा सं क्रुद्ध भ कए दक्ष कें दंडित करबाक लेल सतीजी योगाग्नि सं अपन छाया देह कें दग्ध क लेलनि। शंकरजी कें जखन नंदीगण सं एहि घटना देया पता चललनि तं ओ तो अपन जटा उखाड़िकए अपन एक स्वरूप वीरभद्र कें प्रकट कएलनि आ ओकरा दक्ष केर वध करबाक तथा यज्ञ विध्वंस करबाक लेल कहलनि। तदनुसार,वीरभद्र सभट तहस-नहस क देलक। दक्ष कें सिर धड़ सं अलग क देलक।
एम्हर,भगवान शंकर सतीजी कें दग्ध छायादेह कें कन्हा पर रखिकए संपूर्ण हिमालय क्षेत्र, तीर्थक्षेत्र गिरि-पर्वत सहित भूमंडल केर चक्कर काटए लगलाह। देवतालोकनि कें भेलनि जे आब प्रलय अवश्यंभावी अछि। तें, विष्णु अपन सुदर्शन चक्र सं छायादेह कें कतेको भाग मे बांटि देलनि। जे अंग जाहि ठाम गिरल, ओहि ठाम शक्ति पूंजीभूत भ कए जगत कल्याण केर केंद्र बनि गेल। एकरे शक्तिपीठ कहल गेलैक। पुराणक जानकार लोकनिक मत छन्हि जे एहि शक्ति पीठ सभहक उपासना सं भारतक सीमा सुरक्षित रहैत छल। विभिन्न पुराण आ शक्ति-ग्रंथ मे उल्लिखित शक्ति पीठक संख्या फराक छैक। तंत्रचूड़ा मणि में एकर संख्या 52, श्रीमद्देवीभागवत में 108, देवी गीता में 72 आ देवीपुराण में 51 बताओल गेल छैक। मुख्य अंग-प्रत्यंग कें गणना कें आधार मानि कए, एकर संख्या 51 मानल जएबा पर लगभग सर्वसम्मति छैक। परञ्च प्रत्यंग कें सूक्ष्म अंगविशेष आ असंख्य रोम कूपक वर्षण प्रायः विराट धरातल पर भेलाक कारणें आदिशक्ति कण-कण में व्याप्त भ गेलीह आ पूजल जाए लगलीह। कोलकता केरकालीघाटस्थित कालिका शक्तिपीठएहने शक्तिपीठ अछि जाहिठाम सतीजी कें छायादेहक अंउठा छोड़ि दहिना पएरक चारिटा आंगुर खसल चल। यहां शक्ति कालिका रूप में भैरव नकुलीश छथि। किछु गोटे कोलकाता केर शलीगंज के पास आदिकाली मंदिर कें सेहो शक्तिपीठ कहैत छथि। युगाद्या शक्तिपीठ - बंगाले कें वर्धमान जिला के उत्तर मे क्षीरग्राम में अछि। एतय सती कें दहिना पएरक अंउठा गिरल छल। एहि पीठ कें शक्ति भू-धात्री आ भैरव क्षीर कष्टक छथि। त्रिस्रोता शक्तिपीठ - बंगाल कें जलपाईगुड़ी जिले कें बोदा क्षेत्र में शालवाड़ी गाम मे तीस्ता नदी के तट पर छैक जतए सती केर बामा पएर खसल छल। एहिठामक शक्ति भ्रामरी आ भैरव ईश्वर छथि । बहुला शक्तिपीठ मे शक्ति केर बामा हाथ खसल छलन्हि। ई पीठ हावड़ा कें कटवा जंक्शन सं पश्चिम ब्रह्मकेतु गाम में छैक जतए बहुला शक्ति आ भीरुक भैरव के रूप में पूजल जाइत छथि। तहिना,आन पीठक क्रम सेहो छैक - वक्त्रेश्वर शक्तिपीठ, नलहरी शक्तिपीठ, नंदीपुर शक्तिपीठ, अट्टहास शक्तिपीठ, किरीट शक्तिपीठ, यशोर शक्तिपीठ, चट्टल शक्तिपीठ, करतोया शक्तिपीठ, सुगंधा शक्तिपीठ, विभाष शक्तिपीठ, भैरव पर्वत शक्तिपीठ, रामगिरि शक्तिपीठ, (मैहरवाली शरदा) उज्जयिनी की हर सिद्धि शक्तिपीठ, शोष शक्तिपीठ, शुचीन्द्रम शक्तिपीठ, रत्नावली शक्तिपीठ, कण्यकाचक्र, काच्ची शक्तिपीठ, मिथिला शक्तिपीठ, वाराणासी विशालाक्षी शक्तिपीठ, प्रयाग ललिता शक्तिपीठ, पुष्कर गायत्री शक्तिपीठ, बैराट अम्बिका शक्तिपीठ, गिरनार अम्बा शक्तिपीठ, कुबबूर कोटितीर्थ विश्वेशी शक्तिपीठ, श्रीशैल भ्रमरम्बा शक्तिपीठ, कोल्हापुर करवीर शक्तिपीठ, नासिक पंचवटी भद्रकाली शक्तिपीठ, कश्मीर श्री पर्वत शक्तिपीठ, अमरनाथ कंठपीठ, जालंधर पीठ, उत्कल विमला शक्तिपीठ, हिमाचल ज्वालामुखी शक्तिपीठ, असम कमरूप (कामाख्या) शक्तिपीठ, जयंती शक्तिपीठ, मेघालय, त्रिपुर सुंदरी शक्तिपीठ त्रिपुरा, कुक्षेत्र सावित्री शक्तिपीठ, कालमाधव शक्तिपीठ, गंडकी शक्तिपीठ नेपाल, गुहोश्वरी शक्तिपीठ पशुपतिनाथ नेपाल, हिंगलाज शक्तिपीठ, बलूचिस्तान, लंका इंद्राक्षी शक्तिपीठ, मानस कुमुदा शक्तिपीठ मानसरोवर तिब्बत, पंचसार शक्तिपीठ।
शक्तिपीठक रहस्य आराधना, साधना आ दर्शन देया देवी भागवत, अह्मपुराण, पद्म पुराण, मत्स्यपुराण, कूर्मपुराण, तंत्रचूडामणि शिव चरित्र इत्यादि ग्रंथों में विस्तार सं कहल गेल छैक।(नईदुनिया,दिल्ली संस्करण,16.3.2010 मे प्रकाशित गोविंद वल्लभ जोशी केर आलेख पर आधारित)
नव संवत्सर
आइ नव संवत्सर अछि। पूजा-पाठ मे लागल लोकनि कें संवत्सर अथवा चैत्र शुक्ल प्रतिपदा देया कोनो विशेष ज्ञान नहि रहितो,ओ सभ एहि प्राचीन परम्परा पर गर्व अवश्य करैत छथि। वस्तुतः,ई कोनो सामान्य तिथि नहि छैक । वर्ष प्रतिपदा केर तात्पर्य छैक प्राचीनतम नव वर्ष केर पहिल दिन जकरा भारतीय समाज भक्ति भाव सं पूरा नौ दिनों धरि मनबैत अछि। ई बूझब बड्ड जरूरी छैक जे ई इसवीं सन् अथवा हिजरी सन् केर पहिल दिन नहि, अपितु एहि सृष्टिक प्रथम दिन होइत अछि। एहि सृष्टिक प्रारंभ आइ सं एक अरब ९७ करोड़ २९ लाख ४९ हजार एक सए छओ वर्ष पूर्व भेल छल । ओही दिन सूर्यक प्रथम किरण पृथ्वी पर आयल छल जकर स्वागत मे नव सम्वत्सर मनाएल जएबाक परंपरा प्रारंभ भेल। नव सम्वत्सर देया एक मान्यता इहो छैक जे अझुके दिन ब्रह्माजी सृष्टि रचने छलाह, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीरामक राज्यभिषेको आइये भेल छल आ उज्जयिनी कें चक्रवर्ती सम्राट वीर विक्रमादित्य सेहो एही तिथि सं विक्रम सम्वत् प्रारम्भ करने छलाह। शिव पुराणक अनुसार, भगवान शंकर केर प्रेरणा सं, साठि टा संवत्सर बनल छल जाहि मे ब्रह्मा, विष्णु आ महेशक नियंत्रण मे 20-20 टा छल। एहि क्रम मे,एहि बरखक अ़़ड़तीसम सम्वत्सर विष्णु नियंत्रण क्रम केर "शोभन" अछि।
एहि वर्ष कें शोभन सम्वत्सर मे, सौर मण्डल कें सर्वेसर्वा मंगल आ हुनक प्रधानमंत्री बुध छथि। "सस्येश" अर्थात् कृषि आ ओहि सं सम्बन्धित मंत्रालय शुक्र के पास हेबाक कारणे नीक पानि हेबाक अनुमान व्यक्त कएल गेल अछि। चाउर, केतारी, गहूम, बूट आदि केर उपजा नीक हएत। फल, फूल सभहक सेहो पर्याप्तता रहत। बेसी पानि परेशानी केर कारण सेहो बनि सकैत अछि। "धान्येश" अर्थात् धन धान्य विभाग बृहस्पति लग भेलाक कारणें अन्न, धन केर लाभ समाज कें भेटत। कुल मिलाकए,एहि संवत्सर केर मिश्रित फल संसार कें भेटत।
मेला मे मेला गुलाबबाग मेला

खासकए,तीसरी कसम में गुलाबबाग मेला केर याद,जे लोकनि तीसरी कसम देखने हेताह, तनिकर स्मृति में जरूर एखनो हेतन्हि। फणीश्र्वर नाथ रेणु जी केर कृति पर बनल एहि फिल्म में एकर कतेको दृश्य सभ छैक। गुलाबबाग मेला केर उत्स आब 100 बरख पूरा क चुकल अछि। एकर शुरुआत पी.सी लाल साहेब पूर्णिया सिटी सं कएने छलाह। ओहि समय मे मेला केर प्रचार-प्रसार एतेक बेसी भेल रहैक कि जगह कम पड़ए लागल। तखन एकरा गुलाबबाग मे लगाओल जाए लागल। प्रत्येक वर्ष कातिक में लगएवला वाला एहि मेला में विभिन्न प्रजाति कें पशु-पक्षी केर खरीद-बिक्री होइत छल। आब ई प्रवृत्ति घटल छैक। पहिने,एहि मेला मे नौटंकी कंपनी, थियेटर, जादू के खेल सभ साल लगैत छल। बिहारे टा नहि, नेपाल आ पश्चिम बंगाल धरिक लोक एक मासक एहि जमघट कें आनंद लैत छलाह। सोनपुर मेला केर समतुल्य ई उत्सव पूर्णिया पूर्व प्रखंड प्रशासन केर पहल पर हाल तक आयोजित होइत छल। उम्मीद कएल जा रहल छैक जे ई मेला आओर संवर्द्धित हएत। बिहार मेंपर्यटक सभहक बढैत संख्या कें देखिकए, गुलाबबाग कें लोकक हौसला सेहो बढ़ल छैक। कोशिश कएल जा रहल छैक जे ई मेला अपन पुरान गौरव कें फेर सं हासिल क सकए।
(दैनिक जागरण,मुजफ्फरपुर संस्करण,16.3.2010 मे प्रकाशित रिपोर्ट पर आधारित)
Monday, March 15, 2010
कंप्यूटर केर सहजता लेल माइक्रोसॉफ्टक पहल


मुकेश अंबानी खेल कारोबार मे

आईएमजी ब्रैडेंटन, फ्लोरिडा में आईएमजी अकादमी चलबैत अछि जाहि मे गोल्फ आ टेनिस समेत आनो खेल मे खिलाडी सभ कें प्रशिक्षण देल जाइत छैक। मुकेश अंबानी के कहब छन्हि जे ई कंपनी युवा खिलाडी सभकें प्रोत्साहन देबाक लेल काज करत।
कायस्थ समाज एकजुट हुअएःशत्रुघ्न सिन्हा


विक्रमिशिला केर विकास वैशाली आ नालंदा जकां
"कहू त"(9) केर परिणाम
साप्ताहिक कॉलम "कहू त" श्रृंखला केर नवम प्रश्न छलः
"पचीसी कोन राति खेलायल जएबाक परंपरा छैक?"
विकल्प छलः
1. कोजागरा
2. चतुर्थी
3. द्विरागमन
4. मधुश्रावणी
सभ प्रतिभागीलोकनि कोजागरा विकल्प चुनलनि जे सही उत्तर अछि। वोट कएनिहार लोकनि कें बधाई।
पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। मोन पाड़ू आ वोट करू।
"पचीसी कोन राति खेलायल जएबाक परंपरा छैक?"
विकल्प छलः
1. कोजागरा
2. चतुर्थी
3. द्विरागमन
4. मधुश्रावणी
सभ प्रतिभागीलोकनि कोजागरा विकल्प चुनलनि जे सही उत्तर अछि। वोट कएनिहार लोकनि कें बधाई।
पुनः,नव प्रश्न प्रस्तुत अछि। मोन पाड़ू आ वोट करू।
Saturday, March 13, 2010
कलर्स पर रॉकस्टार

बाबा रामदेव नेपाल मे

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